जिला परिषद् मेंबर मोनू चीमा सहित 17 लोगों के खिलाफ केस
जिला परिषद मेंबर मुनीश कुमार मोनू चीमा व बाबा दिलबाग सिंह गऊवा वाला के विरुद्ध पुलिस ने गोलियां चलाकर दहशत पैदा करने का मामला दर्ज किया है।
संस, तरनतारन : जिला परिषद मेंबर मुनीश कुमार मोनू चीमा व बाबा दिलबाग सिंह गऊवा वाला के विरुद्ध पुलिस ने गोलियां चलाकर दहशत पैदा करने का मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने कुल 17 लोगों को नामजद कर जांच शुरू कर दी है।
गांव चीमा कला में बाबा दिलबाग सिंह गऊवाला के साथ जिला परिषद मेंबर मुनीश कुमार मोनू चीमा का विवाद चला आ रहा था। इस दौरान शनिवार को मुनीश कुमार मोनू चीमा ने अपने साथियों से मिलकर राइफल से गऊवां वाला पर तीन गोलियां चलाई। जबकि, जवाब में बाबा दिलबाग सिंह गऊवाला ने भी अपनी राइफल से एक फायर किया। मामले का पता चलते ही थाना सराय अमानत खां के प्रभारी सब इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह संधू और एएसआइ नरिंदर सिंह मौके पर पहुंचे और जिला परिषद मेंबर मुनीश कुमार मोनू चीमा, हंसपाल सिंह, मलकीत सिंह, गुरविंदर सिंह निवासी चीमा कलां के अलावा बाबा दिलबाग सिंह निवासी चीमा खुर्द और 11 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। सियासी पाला बदलने में माहिर है चीमा
वर्षो से झब्बाल की सरपंची पर काबिज मनीश कुमार मोनू चीमा इस बार जिला परिषद के चुनाव में जीत दर्ज करवाकर चेयरमैनी के दावेदार थे। करीब 25 वर्ष से मोनू चीमा अपने भाई सोनू चीमा के साथ सियासी पाला बदलते रहे। पहले वह अटारी हलके से जीतकर अकाली दल की सरकार में मंत्री बनने वाले गुलजार सिंह रणीके के खेमे में थे। बाद में तरनतारन के पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू के खेमे से जुड़कर सत्ता का आनंद लेते रहे। संधू के साथ बिगड़ते ही उन्होंने पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरो की शरण ली। 2017 के चुनाव में तरनतारन से कांग्रेस विधायक धर्मबीर अग्निहोत्री के समर्थन में आ गए थे। मोनू चीमा का कहना है कि वह लोक भलाई को समर्पित है। मेरे खिलाफ दर्ज मामला सियासत से प्रेरित है। फोटो-