लोगों का स्वागत कर रही टूटी सड़कें, गुरु नगरी के नाले का क्या 'कसूर'
किसी शहर का विकास देखना हो तो सड़कों से अंदाजा लगाया जा सकता है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : किसी शहर का विकास देखना हो तो सड़कों से अंदाजा लगाया जा सकता है। गुरु नगरी तरनतारन की सड़कें देख पता चलता है कि यहां पर विकास के लिए सरकार कितनी गंभीर रही है। शहर की चारों ओर टूटी सड़कें यहां आने वाले लोगों का स्वागत करती है।
श्री गुरु अर्जुन देव निवास स्थान के पास वर्षो से सड़क टूटी पड़ी है। सरदार एंक्लेव के सामने वाली सड़क पर कई बार विभाग द्वारा पैच लगाए गए। यह पैच मामली बारिश से फिर उखड़ते रहे। बता दें कि श्री दरबार साहिब आने वाली संगत की 80 फीसद आमद इसी रास्ते से होती है। श्री गुरु अर्जुन देव निवास स्थान के पास वाली इस सड़क पर गहरे गड्डे पड़ गए है। आए दिन यहां पर हादसे भी होते है। परंतु प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता। ऐसी ही हालत कसूर नाले के पास वाले पुल की है। पुल के समीप दोनों ओर सड़क टूटी पड़ी है। सड़क पर पड़े गड्ढों पर यहां पैच वर्क नहीं किया जाता। बल्कि ईटों व रेत से भर दिया जाता है। गोइंदवाल साहिब रेलवे फाटक नंबर 29 के समीप भी सड़क की हालत खस्ता हो चुकी है। डिवाइडर शुरू होते ही सड़क में गड्डे पड़े है। यह सड़क वन वे है। जमीन में धस्ती जा रही सड़क
सिगमा सीटी सकैन वाली सड़क बुरी तरह से जमीन में धस्ती जा रही है। जिसके चलते हादसा किसी भी समय हो सकता है। एसडीएम कार्यालय के बाहर सड़कें कई जगहों से टूटी पड़ी है। यहां पर यातायात अधिक रहता है। पर इसके बावजूद सड़क की सुध नहीं ली जा रही। पहल के आधार पर हो मरम्मत
आल इंडिया एंटी क्रप्शन सोसायटी के चेयरमैन बिक्रमजीत सिंह साहिल, क्राइम इंवेस्टीगेशन एजेंसी के इंचार्ज सरबजीत सिंह मुरादपुरा और एनसीपी नेता हरि कृष्णा अरोड़ा का कहना है कि गुरु नगरी की महानता को मुख्य रखते हुए यहां की सड़कों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री गुरु अर्जुन देव जी के 456वें प्रकाश उत्सव 26 अप्रैल को मनाया जा रहा है। प्रशासन को उक्त सड़कों की पहल के आधार पर मरम्मत करवानी चाहिए।