19 साल तक इंसाफ के लिए ठोकरें खाने वाली जोगिंदर कौर को दी श्रद्धांजलि
। वर्ष 2002 में पुलिस हिरासत में मारे गए विद्यार्थी प्रदीप सिंह की विधवा मां जोगिंदर कौर के भोग पर उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की गई।
संवाद सूत्र, हरिके पत्तन : वर्ष 2002 में पुलिस हिरासत में मारे गए विद्यार्थी प्रदीप सिंह की विधवा मां जोगिंदर कौर के भोग पर उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की गई।
2002 में पुलिस चौकी जामाराय के इंचार्ज हरभजन सिंह ने गांव गंडीविंड निवासी छात्र प्रदीप सिंह को अवैध हिरासत में लिया था जिस दौरान उसकी मौत हो गई थी। प्रदीप की मौत के बाद बड़े स्तर पर पुलिस प्रशासन का विरोध हुआ था। उस समय पुलिस चौकी प्रभारी हरभजन सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था। जो बाद में पुलिस ने वापस ले लिया था। प्रदीप सिंह की मां जोगिंदर कौर ने इंसाफ के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने एएसआइ हरभजन सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया था। इस बीच विभाग ने एएसआइ हरभजन सिंह को पदोन्नत कर सेवामुक्त कर दिया। परंतु हरभजन सिंह अदालत में पेश नहीं हुआ। पुलिस हिरासत में मारे गए इकलौते बेटे के मामले में इंसाफ लिए दर-दर की ठोकरें खाते हुए जोगिंदर कौर ने प्राण त्याग दिए थे। गांव गंडीविंड में उनकी आत्मिक शांति लिए श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग डाले गए। जिसमें एडवोकेट जगदीप सिंह धूंदा (खालड़ा मिशन आर्गेनाइजेशन), गुरदेव सिंह नौशहरा पन्नुआं, परगट सिंह, जरनैल सिंह झब्बाल, नारायण सिंह, निरपाल सिंह जीओणेके ने माता जोगिंदर कौर को श्रद्धांजलि भेंट की।