Move to Jagran APP

जीएनडीयू में शुरू होगा ड्यूल डिग्री प्रोग्राम

यूएसए की यूएसएफ व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी आफ साउथ फ्लोरिडा के यूएसएफ सिस्टम के वाइस प्रेजिडेंट डॉ. रौजर बिरंडले ने कहा कि गुरु नानक देव यनिवर्सिटी (जीएनडीयू) से किए समझौते के तहत इस सेशन से ही ड्यूल डिग्री प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। जिसे पूरा करने के लिए वह यहां पर पहुंचे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 12:42 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 06:26 AM (IST)
जीएनडीयू में शुरू होगा ड्यूल डिग्री प्रोग्राम
जीएनडीयू में शुरू होगा ड्यूल डिग्री प्रोग्राम

जागरण संवाददाता, अमृतसर : यूएसए की यूएसएफ व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी आफ साउथ फ्लोरिडा के यूएसएफ सिस्टम के वाइस प्रेजिडेंट डॉ. रौजर बिरंडले ने कहा कि गुरु नानक देव यनिवर्सिटी (जीएनडीयू) से किए समझौते के तहत इस सेशन से ही ड्यूल डिग्री प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। जिसे पूरा करने के लिए वह यहां पर पहुंचे हैं। यह बात जीएनडीयू में बुधवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में कही। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर बदल रहे हालातों के मुताबिक उच्च शिक्षा का भी ग्लोबलाइजेशन होना समय की जरूरत बनता जा रहा है। इस मकसद को ध्यान में रखकर जो गुरु नानक यूनिवर्सिटी संग समझौता किया गया था। इसी सेशन से शुरू किया जा रहा है। इस संबंधी दोनों संस्थाओं ने अपने-अपने पक्ष पर विचार-विमर्श के बाद सहमति बनी है कि बीकाम और एमबीए की ड्यूल डिग्रियां के अलावा व अन्य कोर्स को भी आने वाले समय में शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीकाम के विद्यार्थी तीन साल भारत और एक साल अमेरिका में पढ़ाई करेगा। इसी तरह एमबीए के विद्यार्थी डेढ़ साल भारत और छह माह अमेरिका की यूएसएफ व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी पढ़ाई करेंगे। साउथ फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के भारतीय सलाहकार अरुणा देशगुप्ता भी इस मीटिग में शामिल थे। जीएनडीयू के वीसी डॉ. जसपाल सिंह ने बताया कि यूएसएफ व‌र्ल्ड साउथ फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी से अकादमिक सांझ मजबूत करने के लिए विशेष समझौता किया गया था। जिसमें इंटरप्रन्योरशिप विकास कार्यो के साथ-साथ एक्सचेंज और ड्यूल डिग्री कोर्स को स्थापित किया जाना है। जून 2019 में जीएनडीयू का एक ग्रुप अमेरिका जाएगा और अन्य कोर्सो की संभावनाओं का पता लगाएगा। जिन्हें जीएनडीयू में लागू किया जा सके। समझौते के साथ ही भारत और अमेरिका के बीच एक नए युग की शुरुआत होगी। वीसी ने बताया कि मुख्य तौर पर बीकाम, एमबीए, स्पो‌र्ट्स साइंस और मेडिसन के प्रोग्रामों के अलावा सर्टीफिकेट प्रोग्राम, स्पो‌र्ट्स बायोमैकेनिक्स विद्यार्थियों और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम और एकत्रित की जाने वाली गतिविधियों पर खुल कर विचार हुआ है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.