तरनतारन के गांव दोदे सोढ़िया में छप्पड़ में गिरने से पांच वर्षीय बच्ची की मौत
गांव दोदे सोढ़िया के कांग्रेसी सरपंच की आेर से गांव के छप्पड़ से अवैध तौर पर मिट्टी निकलवाई गई जिसके कारण यह छप्पड़ कुएं का रूप धारण कर गया और गांव में बच्चों के साथ खेलते पांच साल की मासूम बच्ची की डूबने से मौत हो गई |
तरनतारन, जेएनएन। गांव दोदे सोढ़िया के कांग्रेसी सरपंच की आेर से गांव के छप्पड़ से अवैध तौर पर मिट्टी निकलवाई गई जिसके कारण यह छप्पड़ कुएं का रूप धारण कर गया और गांव में बच्चों के साथ खेलते पांच साल की मासूम बच्ची की डूबने से मौत हो गई |
विधान सभा क्षेत्र खेमकरण के गांव दोदे सोढ़िया निवासी मजदूर लखविंदर सिंह के तीन बचे थे, जिनमें से बड़ी लड़की समरीत कौर की आयु पांच साल थी जो शुक्रवार की शाम को घर के सामने अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। खेलते-कूदते समरीत कौर छप्पड़ में गिर गई और उसकी मौत हो गई। समरीत कौर की मां मनप्रीत कौर ने बताया कि सरपंच की आेर से अवैध तौर पर छप्पड़ से मिट्टी निकलवाई गई थी जिसके कारण यह छप्पड़ कुएं का रूप धारण कर गया था। उधर, सरपंच बाज सिंह ने कहा कि पंचायत ने मता पारित करके ही छप्पड़ की सफाई करवाई है। बच्ची की डूबने से मौत का उनको बहुत दुःख है।
लखविंदर सिंह के परिवार के साथ उसका कोई नाता है। पिता लखविंदर सिंह ने इस मामले में पुलिस करवाई करवाने से मना करते हुए कहा की पोस्टमार्टम करवाकर शव खराब नहीं करवाना चाहता। पुलिस कार्रवाई से मेरी मासूम बच्ची वापस तो लौटेगी नहीं। थाना खालड़ा के एसएचओ जसवंत सिंह का कहना है कि लखविंदर सिंह के परिवार से मिलकर पुलिस कार्रवाई करनी चाही थी पर उन्होंने कार्रवाई से मना कर दिया है।