Move to Jagran APP

घरेलू हिसा का शिकार 100 महिलाओं ने पुलिस को की अपने सुहाग खिलाफ शिकायत

कोविड-19 से जंग लड़ने लिए घरों में बंद महिलाएं यहां घरेलू उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Apr 2020 11:46 PM (IST)Updated: Sat, 25 Apr 2020 06:11 AM (IST)
घरेलू हिसा का शिकार 100 महिलाओं ने पुलिस को की अपने सुहाग खिलाफ शिकायत
घरेलू हिसा का शिकार 100 महिलाओं ने पुलिस को की अपने सुहाग खिलाफ शिकायत

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : कोविड-19 से जंग लड़ने लिए घरों में बंद महिलाएं यहां घरेलू उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। जिले में ऐसी 172 से अधिक शिकायतें आई हैं जिनका एक सप्ताह के दौरान निपटारा करने के आदेश जारी हुए है।

loksabha election banner

क‌र्फ्यू को एक माह का समय गुजर चुका है। इतने समय के दौरान तरनतारन पुलिस को लगातार ऑनलाइन शिकायतें मिल रही हैं। सबसे अधिक शिकायतें पुलिस सब-डिवीजन भिखीविंड और पट्टी से संबंधित हैं, जबकि सबसे कम शिकायतें खडूर साहिब और तरनतारन सब डिवीजन में हैं। पुलिस के अनुसार घरेलू हिसा, दहेज उत्पीड़ित महिलाओं की शिकायतें 100 का आंकड़ा पार कर चुकी हैं। इनमें से 26 शिकायतें ऐसी हैं जो विवाह के दो माह के बीच पति-पत्नी में घरेलू कलह से जुड़ी हैं। जिला तरनतारन से संबंधित कुल 70 शिकायतें ऐसी है जो ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ हैं। इनमें से 26 मामले ऐसे हैं जिनमें ट्रैवल एजेंटों पर आरोप है कि उन्होंने तय सौदे मुताबिक उनके बच्चों को वर्क परमिट नहीं दिलाया। छात्रों का भविष्य दाव पर : गिल

दिशा आईलेट्स सेंटर के डायरेक्टर सुखवंत सिंह गिल ने कहा कि क‌र्फ्यू के कारण छात्रों के भविष्य पर भी असर पड़ा है। तरनतारन जिले से संबंधित चार हजार से अधिक छात्र आईलट्स की पढ़ाई कर रहे थे, जो बीच में ही रह गई है। इमीग्रेशन कंपनियों के पास करीब दो हजार फाइल ऐसी र्ह जो परिजनों ने अपने बच्चों को विदेश भेजने के मद्देनजर लगवाई थी। तेज होगी मामलों की जांच : वालिया

एसपी (आइ) जगजीत सिंह वालिया का कहना है कि पुलिस को जो ऑनलाइन शिकायतें मिली हैं, उनकी जांच प्रभावित नहीं हो रही। कोरोना वायरस के मद्देनजर ड्यूटी के बावजूद पुलिस अधिकारी इन मामलों की जांच में लगे हुए है। अब यह जांच ओर तेज कर दी जाएगी।

-

महिला आयोग के पास रोजाना आ रहे 40 फोन

जागरण संवाददाता, अमृतसर : लॉकडाउन व क‌र्फ्यू का प्रभाव अब पारिवारिक रिश्तों पर भी पड़ना शुरू हो गया है। इसका पंजाब महिला आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है। पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा। इन दिनों महिला आयोग में प्रतिदिन 30 से 40 महिलाओं के फोन आ रहे हैं, जिनका कहना है कि उन्हें परिवार में प्रताड़ित किया जा रहा है। मनीषा गुलाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने इस मामले में टास्क फोर्स बनाने को कहा है। जो लोग महिलाओं का शोषण कर रहे हैं अथवा परेशान कर रहे हैं उन्हें यह चेतावनी है कि उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। मनोचिकित्सक डॉ. हरजोत सिहं मक्कड़ ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लोग मानसिक तौर पर परेशान हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि लॉकडाउन उनकी सुरक्षा के लिए है। यदि मानसिक रूप से परेशान हैं तो अपनी पसंदीदा मूवी देखें। बच्चों के साथ खेलें। खुद को व्यस्त रखें, ताकि परिवार से झगड़ा न हो।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.