ट्रांसपोर्ट का पहिया जाम, बसें व ऑटो बंद, रेल अभी पटरी पर
संगरूर कोविड-19 कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए जहां सरकारें व प्रशासन पूरी चौकसी बरती जा रही है।
सुखदेव पवार, संगरूर
कोरोना वायरस (कोविड-19) को को मात देने के लिए सरकार व प्रशासन पूरी चौकसी बरत रहा है, वहीं आमजन भी सरकार के इस प्रयास में अपना बनता सहयोग प्रदान कर रहे हैं। सरकार के आदेश पर शुक्रवार की रात से सरकारी व निजी ट्रांसपोर्ट को पूर्ण तौर पर बंद कर दिया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने घरों तक ही सीमित रहें। वहीं सरकारी दफ्तरों में भी पब्लिक डीलिग के काम बंद कर दिए गए हैं, ताकि लोग दफ्तरों तक न पहुंचे। जिले में किसी भी जगह प 20 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगाई गई है।
शुक्रवार शाम को नगर कौंसिल संगरूर ने शहर में घोषणा करवाकर लोगों को बिना इमरजेंसी के अपने घरों से बाहर न निकलने की अपील की। शुक्रवार रात से बसें, ऑटो पूरी तरह बंद होने के कारण बस स्टैंड पीआरटीसी संगरूर डिपो ने बसों को बस स्टैंड पर बुला लिया। पीआरटीसी संगरूर डिपो के जीएम एमपी सिंह ने बताया कि शनिवार से संगरूर की 115 व 85 निजी बसों के 545 से अधिक रूट बंद रहेंगे। जो कि अगले आदेश तक जारी रहेगा। रेलवे ने भी सप्ताह में तीन दिन चलने वाली गाड़ी को रद कर दिया है। रेलवे विभाग ने स्टेशन पर लगातार कोरोना वायरस के बारे में यात्रियों को जागरूक करने के लिए घोषित चलाई जा रही है। शुक्रवार को भी बसें में भीड़ रही कम
बेशक ट्रांसपोर्ट सुविधा शुक्रवार रात से बंद होनी है, लेकिन शुक्रवार दिन में भी बसों में यात्रियों की गिनती बेहद कम रही। बस स्टैंड पर जहां आम दिनों में भारी भीड़ भाड़ रहती थी, वहीं शुक्रवार को यात्री बेहद कम रहे। अधिकतर लोग अपने चेहरों पर मास्क लगाकर घूमते दिखाई दिए। निजी ट्रांसपोर्टर बस सर्विस बंद करने के निर्देशों से काफी मायूस हैं। सभी बसों को रूटों से वापस बुलाया : अड्डा इंचार्ज
बस स्टैंड संगरूर के इंचार्ज मलकीत सिंह ने बताया कि बसों का परिचालन रुकने से 115 बसों का प्रतिदिन का 15 लाख के करीब नुकसान होगा। साथ ही बसों से अड्डा फीस से होने वाली आमदन भी बंद रहेगी। लोगों को जागरूक करने के आदेश हैं : जतिदर कुमार
स्टेशन मास्टर जतिदर कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के आदेश मिला है। विभाग द्वारा कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु 14035 व 14036 गाड़ियां रद की गई हैं। इन गाड़ियों से एक दिल्ली से पठानकोट व दूसरी पठानकोट से दिल्ली जाती थी। रेलवे स्टेशन पर सुबह से शाम तक लोगों को जागरूक करने के लिए स्पीकर में प्रचार किया जा रहा है।