सुखबीर बादल का विरोध करने पहुंचे सिख प्रतिनिधियों को पुलिस ने रोका
संगरूर शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के संगरूर पहुंचने का पता चलने पर रागी ग्रंथी सभा के सदस्यों का इक्ट्ठ बचित्र सिंह की अगुआई में फेरूमान चौक में हुआ। इस संबंधी पता चलते ही पुलिस के हाथ-पांव फूल गए व आनन-फानन में पूरा एरिया पुलिस छावनी में तबदील हो गया।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
चार अक्टूबर 2018 शिरोमणि अकाली दल (ब) के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के संगरूर दौरे दौरान गुरुद्वारा नानकियाना साहिब के समीप रागी ग्रंथी सभा व शिरोमणि अकाली दल (अ) के वर्करों द्वारा काली झंडियां दिखाने व बादल की गाड़ी पर जूता फेंकने के मामले में आरोप में दर्ज मामले के रोष स्वरूप सोमवार को सुखबीर बादल की संगरूर फेरी दौरान संगठनों ने फिर से रोष जाहिर करने का प्रयास किया। जिला अदालत के बार रूम में आयोजित बार सदस्यों से मिलनी समागम में जैसे ही सुखबीर सिंह बादल के पहुंचने की भनक रागी ग्रंथी सभा के सदस्यों को लगी तो संगठन के अनुयायी अदालत परिसर नजदीक फेरुमान चौक में जमा हुए। इसकी भनक लगते ही पुलिस प्रशासन के हाथ पैर फूल गए व एसपी गुरमीत सिंह, डीएसपी सतपाल शर्मा सहित भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया। सिख संगठन के प्रतिनिधियों के जमा होने के कारण सुखबीर बादल का काफिला अन्य अन्य रास्ते से निकाला गया।
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के संगरूर पहुंचने का पता चलने पर रागी ग्रंथी सभा के प्रधान बचित्र सिंह ने कहा कि बादल परिवार ने गुरुघर की गोलक व गुरुघरों को निजी फायदे के लिए उपयोग करते हैं, जिसका उन्होंने 4 अक्टूबर 2018 को शांतमय विरोध किया था, कितु इस विरोध को राजनीतिक रंगत देकर मौजूदा सरकार ने भी इरादा-ए-कत्ल का रूप दे दिया व सिख संगठनों के आधा दर्जन प्रतिनिधियों पर इरादा-ए-कत्ल का मामला दर्ज करवा दिया। इस झूठे केस में उन्हें तीन-तीन माह की जेल करवाई। उन्होंने कहा कि यदि सुखबीर बादल सच्चे पंथक हितैषी हैं तो आमने-सामने आकर बात करे। उन्होंने एलान किया कि यदि 26 अप्रैल तक उन पर दर्ज मामले रद्द न किए गए तो कोई ठोस कदम उठाने को विवश होंगे। इस मौके सुखराज सिंह, राजविदर सिंह, अमरजीत सिंह, गुरमीत सिंह, बलविदर सिंह, नाजर सिंह, गुरप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।