बेरोजगार अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
मांगों को लेकर सिविल अस्पताल की टंकी समक्ष पक्का मोर्चा लगाए बैठे अध्यापकों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, संगरूर : मांगों को लेकर सिविल अस्पताल की टंकी समक्ष पक्का मोर्चा लगाए बैठे बेरोजगार टीईटी पास बीएड अध्यापक यूनियन द्वारा धूरी रोड पर संकेतक जाम लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन के राज्य प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां ने कहा कि बेरोजगारों को नए मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी से 25 अक्टूबर को होने वाली पैनल बैठक में बहुत सी उम्मीदें हैं। शिक्षा मंत्री प्रगट सिंह ने 12 अक्टूबर की पैनल बैठक में एक सप्ताह से दस दिनों के भीतर उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। बेरोजगारों का विज्ञापन जारी करने का भरोसा देकर आगामी बैठक करने को कहा था, लेकिन अब बार-बार बैठक करने से मुंह फेरा जा रहा है। ऐसे में बेरोजगार जालंधर कूच करेंगे। राज्य कमेटी सदस्य बलकार सिंह ने कहा कि यदि जल्द समाजिक शिक्षा, हिदी व पंजाबी की नौ हजार पोस्टों सहित कुल 18 हजार की भर्ती न की तो शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव होगा। दूसरी तरफ टंकी पर लगे मोर्चे पर मुनीश कुमार फाजिल्का 63 दिनों से डटा हुआ है। इस अवसर पर बेरोजगारों ने फैसला किया कि 24 से 25 अक्टूबर तक शहर में दो दिन पक्का जाम लगाया जाएगा।
इस मौके पर चरणजीत कौर, इंद्रजीत कौर, वीरपाल कौर, कुलविदर कौर, प्रीत कौर, नवदीप सिंह, किरनपाल कौर, गुरपाल कौर, सतिदर कौर, अवतार सिंह, जगतार सिंह आदि मौजूद थे।
उधर, पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल सर्विसेज यूनियन संगरूर द्वारा शुक्रवार को कलमछोड़ हड़ताल के चलते जिला खजाना कार्यालय संगरूर के गेट पर रोष रैली कर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके राज्य प्रधान वासवीर सिंह भुल्लर, जिला प्रधान राकेश शर्मा, जिला महासचिव राजवीर बड़रूखां, सरपरस्त बलविदर कौर, वित सचिव नवीन पराशर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा चुनाव के समय किए वादे पूरे नहीं किए जा रहे हैं। मजबूरी में बेरोजगारों, मुलाजिमों व अध्यापकों को सड़कों पर धरने प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं। सरकार ने अपने साढे चार वर्ष के कार्यकाल में पंजाब का कुछ भी भला नहीं किया है।
इस अवसर पर गेट रैली दौरान पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के नेता जगदीश शर्मा, प्रीतम सिंह धुरा जिला प्रधान, जीत सिंह ढींडसा ब्लॉक प्रधान द्वारा हड़ताल का समर्थन करते सहयोग का वादा किया। कहा कि महंगाई भत्ते की बकाया किस्तें अदा करवाने, पुरानी पेंशन बहाली, स्टेनोग्राफर की प्रमोशन संबंधी आदि मांगों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।