सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने का प्रयास करेंगे बेरोजगार बीएड अध्यापक : ढीलवां
बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन की प्रांतीय कमेटी सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने के लिए विशेष मुहिम चलाने का ऐलान किया है।
जागरण संवाददाता, संगरूर: टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन की प्रांतीय कमेटी द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने के लिए विशेष मुहिम चलाने का फैसला लिया। प्रांतीय कमेटी की ऑनलाईन बैठक के दौरान जनतक शिक्षा प्रणाली को बचाने व मजबूत करने के लिए यह फैसला लिया गया है। शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला के शहर में 4 सितंबर से 2 अप्रैल तक पक्का धरना लगाकर करीब 10 बार शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव करके पंजाब सरकार के खिलाफ तीखा संघर्ष लड़ने वाले बेरोजगार बीएड अध्यापकों का कोरोना संकट के दौरान योगदान देने का फैसला लिया है।
ऑनलाइन बैठक के दौरान चर्चा करते हुए यूनियन के प्रांतीय प्रधान सुखविदर सिंह ढीलवां, उपप्रधान निक्का सिंह समाओ, महासचिव गुरजीत कौर खेड़ी व प्रेस सचिव रणदीप संगतपुरा ने कहा कि 1991 से देश में लागू की वैश्वीकरण, उदारीकरण व निजीकरण की नीतियों के कारण जनतक अदारों को बड़ा नुकसान हुआ है। समय समय की सरकारों द्वारा शिक्षा, सेहत व अन्य विभागों को निजी हाथों में सौंपने की नीतियां लाई गई हैं, जिसका बड़ा नुकसान लोगों को अब देखना पड़ रहा है, जब निजी स्कूल कर्फ्यू व लॉकडाउन में भी मोटी फीसें वसूलने की तैयारी में हैं। अध्यापकों की छंटनी करके अध्यापकों को बेरोजगारी की तरफ धकेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बेरोजगार बीएड अध्यापकों द्वारा प्रांत भर में सरकारी स्कूलों के छात्रों की गिनती बढ़ाने के लिए प्रयत्न किए जाएंगे। बैठक के दौरान फैसला किया गया कि निजी शैक्षणिक अदारों द्वारा अध्यापकों के वेतन रोकने व छांटी करने के खिलाफ भी संघर्ष लड़ा जाएगा। कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री से मांग की कि मास्टर काडर की 2182 पदों में बढ़ोतरी करके सभी विषयों के 15 हजार अध्यापक भर्ती करने व सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने की मांग रखी।