सीवरेज लाइन के कार्य के दौरान मिट्टी की तोंदा गिरने से दो मजदूरों की मौत
जाखल शहर में चल रहे सीवरेज लाइन डालने के कार्य के दौरान मिट्टी गिरने से दो की मौत।
संवाद सूत्र, जाखल (संगरूर) :
जाखल शहर में चल रहे सीवरेज लाइन डालने के कार्य के दौरान शुक्रवार को खुदाई करते समय मिट्टी का तोंदा गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई।
नई बस्ती में सीवरेज के कार्य के दौरान मजदूरों की सुरक्षा की खातिर कोई प्रबंध न किए जाने पर इलाका निवासियों ने नगर पंचायत व ठेकेदार के खिलाफ रोष भी जाहिर किया। मिट्टी के तोंद के नीचे दबे मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद मिट्टी के नीचे से निकाला गया और फिर जाखल के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि दूसरे को डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार देने के बाद अग्रोहा के अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, लेकिन उसकी भी रास्ते में ही मौत हो गई।
जाखल की नई बस्ती में सीवरेज लाइन डालने का कार्य पिछले माह के समय से चल रहा है। शुक्रवार को सीवरेज पाइप डालने के लिए चल रही खुदाई दौरान गहरे गड्ढे में काम करते मजदूर कुलदीप सिंह व सुरजीत सिंह पर अचानक मिट्टी का एक बहुत बड़ी तोंद गिरने से दोनों मजदूर दब गए। वार्ड वासियों के सहयोग से दोनों मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए जाखल के सिविल अस्पताल में लाया गया। जहां डाक्टरों ने कुलदीप सिंह (35 वर्ष) निवासी दिगोहा को मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरा मजदूर सुरजीत सिंह (उम्र 25 वर्ष) निवासी चूड़लकलां को प्राथमिक उपचार उपरांत अग्रोहा रेफर कर दिया था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
दोनों मजदूरों की मौत हो जाने से जाखल निवासियों में संबंधित विभाग के प्रति व्यापक रोष पाया जा रहा है। नगर पार्षद विक्रम सैनी ने बताया कि सुबह जब मजदूर काम कर रहे थे तो इनके ऊपर अचानक मिट्टी का तोंद गिर गया था। संबंधित विभाग व ठेकेदार द्वारा इतना बड़ा कार्य करवाए जाने के बावजूद मजदूरों की सुरक्षा के लिए किसी तरह की भी कोई प्रबंध किए गए हैं। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी विक्रम जोशी सिविल अस्पताल जाखल में पहुंचे व सारे मामले की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जाएगी अगर संबंधित विभाग की तरफ से इस निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बरती गई है तो इनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा। गौर हो कि आज से करीब डेढ़ माह पहले भी नई बस्ती में सीवरेज लाइन का कार्य करते समय मिट्टी के गिरने से उसके नीचे दो मजदूर दब गए थे, जिन्हें सकुशल बाहर निकाल लिया गया था। इतनी घटना हो जाने के बाद संबंधित विभाग ने मजदूरों की सुरक्षा के लिए किसी तरह की भी कोई व्यापक प्रबंध न करना एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है।