धनतेरस आज, दोपहर 1 से रात 7.15 बजे तक खरीदारी
सोमवार को धनतेरस का शुभ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। धनतेरस के अवसर पर सोना चांदी के गहने व बर्तन आदि खरीदने का विशेष महत्व है। इस दिन लक्ष्मी व कुबेर के पूजन की परंपरा है, जिसके चलते लोग इनकी खरीदारी करते हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर : सोमवार को धनतेरस का शुभ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। धनतेरस के अवसर पर सोना चांदी के गहने व बर्तन आदि खरीदने का विशेष महत्व है। इस दिन लक्ष्मी व कुबेर के पूजन की परंपरा है, जिसके चलते लोग इनकी खरीदारी करते हैं। ज्योतर्विद पंडित कपिल जोशी ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार यह मत है कि धनतेरस के दिन धनवंत्री जी की पूजा करनी चाहिए। यह दिन दीपावली से दो दिन पहले आता है। धनतेरस के दिन नए बर्तन, सोना-चांदी का सामान खरीदना शुभ माना जाता है। इससे कुबेर देव प्रसन्न होकर भक्तों के भंडारे धन धान्य से भरपूर रखते हैं। सायं काल के समय सभी अपने घर की देहली पर पूजन चावल, तिलक, लौंग, इलाची, सुपारी रखकर दीपक जगाए। इसके बाद कुछ मिठाई बच्चों को प्रसाद के रूप में बांटे।
पूजा करने के लिए पौने 2 घंटे
ज्योतर्विद पंडित कपिल के अनुसार धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी जीवन में ढेर सारी सफलता और समृद्धि लेकर आती है। 5 नवंबर धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा। मान्यता है कि धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन खासतौर पर उनकी पूजा की जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी व गणेश जी की भी पूजा होती है। इस साल धनतेरस के दिन पूजा करने के लिए 1 घंटा 45 मिनट तक का वक्त रहेगा।
शुभ मुहूर्त
पूजा करने का शुभ मुहूर्त: शाम 17.35 से 19.15 बजे
प्रदोष काल : शाम 17.35 से रात 19.15 बजे तक
वृषभ काल : शाम 17:35 से रात 19.15 बजे तक
त्रयोदशी तिथि आरंभ : 5 नवंबर को सुबह 1:24 बजे
त्रयोदशी तिथि खत्म : 5 नवंबर को रात्रि 11.46 बजे
खरीदारी : दोपहर 1 से 19:15 बजे तक