ये हड़ताल पड़ रही मरीजों पर भारी, सेहत सुविधाओं की टूट रही कमर
हड़ताल चक्का जाम व लोग परेशान..। एनएचएम कर्मचारियों सहित आशा वर्कर नर्सिंग स्टाफ इत्यादि की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण सेहत सुविधाओं को जनाजा निकल चुका है।
जागरण संवाददाता, संगरूर
हड़ताल, चक्का जाम व लोग परेशान..। एनएचएम कर्मचारियों सहित आशा वर्कर, नर्सिंग स्टाफ इत्यादि की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण सेहत सुविधाओं को जनाजा निकल चुका है। मंगलवार को एनएचएम कर्मचारियों ने बठिडा-चंडीगढ़ रोड पर मौजूद महावीर चौक में बठिडा-बरनाला रेलवे ओवरब्रिज पर एक घंटा तक चक्का जाम किया। सरकारी अस्पताल शो-पीस बनकर रह गए हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में हालात और अधिक बदतर हैं। सेहत सुविधाओं से जुड़े करीब 80 फीसद स्टाफ हड़ताल पर चल रहा है और मात्र 20 फीसद स्टाफ ही सेहत सुविधाएं प्रदान आम लोगों को मुहैया करवा रहा है।
कोविड का टीकाकरण, कोविड सैंपलिग, डोर-टू-डोर जागरूकता मुहिम, आंगनबाड़ी सेंटरों में बच्चों का चेकअप, बच्चों व गर्भवती महिलाओं का ग्रामीण इलाको में चेकअप व टीकाकरण मुहिम, होम्योपैथिक व आयुष से जुड़ी ओपीडी इत्यादि मुकम्मल तौर पर बंद है। इतना ही नहीं, आशा वर्करों की हड़ताल के कारण ग्रामीण डाक्टरी सेवाएं व लोगों से सीधी राबता ठप हो गया है। हालात इस कदर बदतर हैं कि लोगों को पर्याप्त सेहत सुविधा नहीं मिल पा रही है और सरकार भी इन हड़तालियों की मांगों प्रति चुप्पी साधे हुए हैं। एनएचएम अधीन डाक्टर, सीएचओ, आउटसोर्सिंग कर्मचारी, कंप्यूटर आपरेटर, नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्सें, मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर (फीमेल), लैब टैक्नीशियन स्टाफ, आयुष व होम्योपैथिक डिस्पेंसरी में एनएचएम अधीन मौजूद स्टाफ हड़ताल पर हैं।
राष्ट्रीय सेहत मिशन (एनएचएम) पंजाब के तहत काम कर रहे सेहत कर्मचारियों को रेगुलर न करने के विरोध में मंगलवार को कर्मचारी अस्पताल से निकलकर बरनाला- बठिडा पुल पर धरना लगाकर आवाजाही ठप की। मुलाजिम नेता हरजिदर सिंह व विश्वजीत गर्ग ने कहा कि सेहत कर्मी लंबे समय से अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक उनकी सरकार से कोई बातचीत नहीं करवाई गई। इसके रोष में हाईवे जाम किया गया है। डा. सीमा व डा. कमलदीप कौर ने कहा कि 16 नवंबर से एनएचएम कर्मचारी काम छोड़ हड़ताल पर हैं। मुलाजिमों को पंद्रह वर्षों से कच्ची नौकरी पर रखकर आर्थिक व मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। लखविदरपाल व डा. अमृतपाल सिंह ने चेतावनी दी कि संघर्ष और तेज होगा। अशोक कुमार व रणबीर सिंह ने कहा कि सरकार ने नया एक्ट पास कर 36 हजार कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने का एलान किया है, लेकिन अब तक एक्ट विभागों को नहीं भेजा गया। डा. कमलदीप सिंह, जगतार सिंह, राणा सिंह, डा. अनित गर्ग, डा. रजनीश गर्ग आदि मौजूद थे।