किन्नर ने गोद ली बच्ची, लोहड़ी मनाकर दिया बेटी बचाओ का संदेश
भवानीगढ़ (संगरूर) लड़कों की चाहत में जहां एक तरफ कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप को अंजाम दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ लड़कियों को बचाने व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाई को संदेश देने के लिए किन्नर समाज भी कड़ा प्रयास कर रहा है। संगरूर की प्रीति महंज जहां छोटी आयु के किन्नरों को शिक्षित करने के लिए निजी स्कूलों में पढ़ी रही हैं वहीं भवानीगढ़ के किन्नर डेरे की अंजली महंत ने डेढ़ माह की लड़की गोद लेकर उसका पालन पोषण करने का जिम्मा उठाया है। वीरवार को गांव फग्गुवाला में गोद ली गई बच्ची की खुशी में किन्नरों ने धी दी लोहड़ी का त्योहार मनाया। उन्होंने लोहड़ी का जश्न मनाते हुए कहा कि समाज लड़के व लड़कियों के बीच अंतर न करें बल्कि लड़कियों को भी लड़कों की भांति प्यार सत्कार हक शिक्षा व समाज में बराबर का रुतबा दें।
संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर) :
लड़कों की चाहत में जहां एक तरफ कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप को अंजाम दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ लड़कियों को बचाने व बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाई को संदेश देने के लिए किन्नर समाज भी कड़ा प्रयास कर रहा है। संगरूर की प्रीति महंत जहां छोटी आयु के किन्नरों को शिक्षित करने के लिए निजी स्कूलों में पढ़ी रही हैं, वहीं भवानीगढ़ के किन्नर डेरे की अंजली महंत ने डेढ़ माह की लड़की गोद लेकर उसका पालन पोषण करने का जिम्मा उठाया है। वीरवार को गांव फग्गूवाला में गोद ली गई बच्ची की खुशी में किन्नरों ने धी दी लोहड़ी का त्योहार मनाया। उन्होंने लोहड़ी का जश्न मनाते हुए कहा कि समाज लड़के व लड़कियों के बीच अंतर न करें, बल्कि लड़कियों को भी लड़कों की भांति प्यार, सत्कार, हक शिक्षा व समाज में बराबर का रुतबा दें।
महंत अंजली ने कहा कि उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाई का संदेश देने के लिए एक गरीब परिवार से डेढ़ माह की बच्ची गोद ली है। अब इस लड़की को पढाई-लिखाई करवाकर अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करेंगे तथा इसका पालन-पोषण वह डेरे में ही करेंगी। उन्होंने कहा कि अब तक वह लड़कों के जन्म के समय लोहड़ी की बधाई लेने के लिए घरों में जाते थे, लेकिन आज वह अपने डेरे में अपनी इस बेटी की लोहड़ी मनाकर समाज को संदेश देना चाहती है कि कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप को अंजाम देना बंद करें व लड़कियों को कोख में मारने की बजाए उन्हें भी उनकी जिदगी जीना का मौका प्रदान करें। सभी परिवार अपनी लड़कियों को उच्च विद्या प्रदान करें, ताकि बेटियां अपने पैरों पर खड़ी होने में सफल हो सकें। गोद ली बच्ची की लोहड़ी समागम दौरान डेरे की समूह महंतों ने जश्न मनाया। महंत मीना व गुरमीत कौर ने कहा कि यह समाज के लिए एक नई मुहिम आरंभ की है, जिसे हर किसी को अपनाना चाहिए। इस मौके पर समाजसेवी सुष्मा अरोड़ा व जसवीर कौर हेल्थ वर्कर आदि उपस्थित थे।