गत वर्ष जैसी न बनें हालात, इसलिए पहले ही लगाई पाबंदी
जागरण संवाददाता संगरूर जिला संगरूर प्रशासन ने धान के सीजन के मद्देनजर किसानों को धान की पराली जलाने पर लगाई पाबंदी।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
जिला संगरूर प्रशासन ने धान के सीजन के मद्देनजर किसानों को धान की पराली न जलाने के लिए लगातार अपील की जा रही है, वहीं नवंबर माह तक पराली जलाने पर पाबंदी भी लगा दी है। गत वर्ष जिले में 6656 किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले सामने आए थे, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने अभी पराली जलने से रोकने के लिए तैयारी आरंभ कर दी है। इसके लिए बकायदा तौर पर संबंधित एसडीएम को निगरानी के लिए नोडल अफसर तैनात किया गया है। साथ ही पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीपीसीबी व पंजाब रिमोट सेंसर सेंटर ने एक खास एप तैयार की है, जिसके जरिये पराली जलने पर तुरंत जानकारी अधिकारियों को मिलेगी। सैटेलाइट की मदद से नजर रखी जाएगी। इस एप को एक अक्टूबर से आरंभ करने की योजना बनाई जा रही है। सेंटर के जरिये मिली पराली जलने की जानकारी की जगह पर विभाग द्वारा दो दिन के भीतर कार्रवाई की जाएगी। गत वर्ष जिले में जहां 62 फीसदी किसानों ने पराली न चलाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने मे अपना सहयोग दिया था, वहीं संगरूर जिले से सर्वाधिक किसानों 6656 पर पराली जलाने की कार्रवाई की गई थी। जिले में 2 लाख 83 हजार हैक्टेयर रकबे में धान की बिजाई की जाती है, जिसके चलते यहां पर पराली चलने के मामले काफी अधिक होते हैं। इस बार विभाग ने तकनीकी तौर पर तैयारी के साथ ही कृषि विभाग, प्रशासनिक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की संयुक्त टीमों का गठन कर लिया है। किसानों को कर रहे हैं लगातार जागरूक
जिला मुख्यखेतीबाड़ी अफसर जसविदरपाल सिंह ने कहा कि किसानों को लगातार पराली न जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। किसानों की हर संभव मदद की जाएगी। कटाई के लिए किसानों को बेहतर सब्सिडी पर मशीनरी मुहैया करवाई जा रही है, ताकि किसान पराली को आग लगाने की बजाए, इसका प्रबंधन करके गेहूं की बिजाई करें। पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए किसान पराली न जलाकर अपना सहयोग प्रदान करें। साथ ही अगर इसके बावजूद भी किसान पराली को आग लगाएंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गत वर्ष रात के समय कटाई करती पकड़ी थी 18 कंबाइन
जिला संगरूर में वर्ष धान के सीजन के दौरान रात के समय फसल की कटाई करती 18 कंबाइन पकड़ी गई थी। कंबाइन चालक व मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस बार प्रशासन ने रात सात बजे से सुबह दस बजे तक धान की कटाई कंबाइन से न करने के आदेश जारी किए हैं। उल्लंघन करने पर पर्चा दर्ज दिया जाएगा व कंबाइन जब्त की जाएगी।