सरपंच की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी से मिला पीड़ित परिवार
जाली हस्ताक्षर करके युवकों को कोरोना महामारी दौरान क्वारंटाइन में रखने का मसले ने खूनी रंगत ले ली है।
संवाद सूत्र, दिड़बा (संगरूर) : नजदीकी गांव रटोलां में कथित तौर पर जाली हस्ताक्षर करके युवकों को कोरोना महामारी दौरान क्वारंटाइन में रखने का मसले ने खूनी रंगत ले ली है। गांव के सरपंच पर गांव के एक युवक की बेरहमी से मारपीट करने का आरोप युवक के परिजनों ने सरपंच पर लगाया। साथ ही सरपंच की गिरफ्तारी व सरपंच द्वारा पीड़ित पर क्रास पर्चा दर्ज करने के लिए रची जा रही साजिश की जांच के लिए पीड़ित के परिवार ने एसएसपी संगरूर से मुलाकात की। पुलिस ने मामले की जांच डीएसपी दिड़बा को सौंप दी। मारपीट में घायल युवक पीजीआई में उपचाराधीन है। पुलिस ने पीड़ित के बयानों पर गत सप्ताह ही सरपंच के खिलाफ इरादा-ए-कत्ल का मामला दर्ज कर लिया था।
मारपीट का शिकार युवक वरिदर सिंह की पत्नी नवजीत कौर, मां गुरमीत कौर, ग्रामीण कमलजीत सिंह ने बताया कि गांवव के सरपंच ने कोरोना महामारी दौरान बाहर से कंबाइन पर काम करके आए व्यक्तियों को जाली हस्ताक्षर करके एकांतवास में रखवा दिया था। इसका विरोध करने पर वरिदर सिंह से सरपंच गगनदीप सिंह रंजिश रखने लगा। इसी रंजीश के चलते सरपंच ने कथित तौर पर वरिदर सिंह की बेहरमी से मारपीट की। मारपीट में गंभीर रूप से घायल वरिदर सिंह घायल हो गया, जिसका इलाज पीजीआई में चल रहा है। वरिदर के भाई बेअंत सिंह के बयानों पर पुलिस ने सरपंच के खिलाफ इऱादा-ए-कत्ल का मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन उफसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्हें पता चला है कि सरपंच गगनदीप सिंह अब पीड़ित वरिदर सिंह के खिलाफ एक क्रास पर्चा करवाने के लिए साजिश रच रहा है। पीड़ित परिवार ने एसएसपी संगरूर से मुलाकात करके इंसाफ की गुहार लगाई। एसएसपी ने मामले की जांच डीएसपी दिड़बा सुखविदर सिंह को सौंपते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। पीड़ित परिवार ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें इंसाफ न मिला तो वह कड़ा संघर्ष करने को मजबूर होंगे।