मुनि रजत व सियल ने दीक्षा ग्रहण की
संगरूर : संघ शास्त्रा शासन प्रभावक सुदर्शन लाल महाराज के संघ की शान गणाधीश प्रकाश चंद महाराज संघ संचालक नरेश मुनि तथा उनकी आज्ञा में विचरण करने वाले 23 जैन संत व संयम प्रभा कमल महाराज की आज्ञानुवर्ती ज्योति महाराज ठाणे-7 के सानिध्य में नवदीक्षित मुनि रजत व सियल को बड़ी दीक्षा का पाठ पढ़ाया गया।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
संघ शास्त्रा शासन प्रभावक सुदर्शन लाल महाराज के संघ की शान गणाधीश प्रकाश चंद महाराज संघ संचालक नरेश मुनि तथा उनकी आज्ञा में विचरण करने वाले 23 जैन संत व संयम प्रभा कमल महाराज की आज्ञानुवर्ती ज्योति महाराज ठाणे-7 के सानिध्य में नवदीक्षित मुनि रजत व सियल को बड़ी दीक्षा का पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर जहां नवदीक्षित साधु-साध्वी के परिवार के सदस्य उपस्थित रहे, वहीं पूर्ण उत्तरी भारत के कई संघ भी उपस्थित थे। इस शुभ अवसर पर बाहर से पधारे संघो द्वारा दोनों नवदीक्षितों को शुभकामनाएं देते कहा कि जिस मार्ग पर आज उन्होंने कदम रखा है भले ही यह काफी कठिन है लेकिन गुरुदेवों का इन पर हमेशा ही आशीर्वाद बना रहेगा। जिससे यह अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेंगे। गणाधीश प्रकाश मुनि महाराज ने कहा कि महिलाओं को अपने शील की रक्षा करनी होगी। पुरुषों को अपनी जुबान पर कंट्रोल रखना होगा लेकिन साधु-साध्वी को शील व जुबान दोनों पर कंट्रोल करना होगा।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह समाज की जिम्मेवारी है कि वह साधु-साध्वी के पास बिना कारणवश न बैठें। जो मनुष्य अपनी जुबान पर कंट्रोल रखता है, महिला अपने शील पर खरी उतरती है तथा साधु-साध्वी इन दोनों पर खरे उतरते हैं तो ही समाज का कल्याण हो सकता है।
एसएस जैन सभा के मंत्री सत भूषण जैन ने कहा कि मधुर वक्ता अचल मुनि महाराज ठाणे-5 की ओर विहार कर चुके हैं। एसपी मुनि ठाणे-3 लहरागागा से छाजली होते हुए सुनाम पहुंचने का भाव रखते हैं तथा संघ आधार विनय मुनि महाराज ठाणे-4 मूनक से नरवाणा की ओर विहार करेंगे। राकेश मुनि, अजित मुनि, ¨चतन मुनि मूनक से लहरागागा और सुनील मुनि ठाणे-3 जाखल से मूनक पधार रहे हैं।