कमरे में जलते दीये से लगी आग, घर का मुखिया भी ¨जदा जला
जेएनएन, लहरागागा (संगरूर) : स्थानीय बस स्टैंड के पिछली तरफ स्थित बस्ती में रहते एक सिकलीगर बिराद
जेएनएन, लहरागागा (संगरूर) :
स्थानीय बस स्टैंड के पिछली तरफ स्थित बस्ती में रहते एक सिकलीगर बिरादरी के परिवार पर गत रात्रि काल बनकर आई। घर के कमरे में जल रहे तेल के दीपक से अचानक आग लग गई और आग की लपटों में घिरे घर के मुखिया की जलकर मौत हो गई। परिवार जब सुबह नींद से जागा तो पता चला कि घर के एक कमरे में रात के समय आग लगने से उनके परिवार का ही चिराग बुझ गया। परिवार ने आनन-फानन में मृतक का अंतिम संस्कार भी कर दिया, जिस कारण न तो कोई पुलिस कार्रवाई हो पाई और न ही किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
जानकारी अनुसार पप्पू ¨सह पुत्र जो¨गदर ¨सह निवासी वार्ड नंबर 15 लहरागागा अपनी पत्नी व पांच बच्चों के साथ घर में रहता था। विगत रात्रि वह अपने घर के कमरे में सोने के लिए चला गया, जबकि उसका परिवार मकान से अलग बनी एक झुग्गी में सोने को चला गया। पप्पू ¨सह ने रात के समय अपने कमरे में तेल का दीपक जलाकर रखा हुआ था। दीये के कारण कमरे में रात को अचानक आग लग गई व पप्पू ¨सह को नींद आने के चलते आग लगने का पता नहीं चला। जमीन पर बिस्तर लगाकर सो रहे पप्पू ¨सह को भी आग की लपटों ने अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने से पप्पू ¨सह भी ¨जदा जलने से ही मौत हो गई।
सुबह जब परिवार के अन्य सदस्य उठे तो उन्हें कमरे से धुंआं निकलता दिखाई दिया। जब पारिवारिक सदस्यों ने दरवाजा तोड़कर देखा तो कमरा पूरी तरह जल चुका था और पप्पू ¨सह की आग लगने से मौत हो चुकी थी। यह दृश्य देखकर परिजनों में चीख पुकार मच गई व शोर सुनकर आसपास के लोग भी जमा हो गए। पारिवारिक सदस्यों ने लोगों की मदद से मृतक के शव को बाहर निकाला।
वार्ड के पार्षद बलवंत ¨सह ने बताया कि परिवार बेहद गरीब है व पप्पू ¨सह गली-गली जाकर कैंचियां तीखी करने का काम करता था। उसके पास मकान में एक ही कमरा था, जबकि बाकी परिवार अलग झुग्गी में सोता था। रात को जब आग लगी तो कमरा बंद था व अंदर का सारा सामान सहित पप्पू ¨सह भी आग में जल गया। परिवार को उसके चीखने की कोई आवाज सुनाई नहीं दी। गरीब परिवार ने पुलिस के डर के चलते कोई शिकायत भी दर्ज नहीं करवाई और पप्पू ¨सह का संस्कार भी कर दिया गया। बलवंत ¨सह ने कहा कि पप्पू ¨सह के परिवार का कहना है कि बिजली का बिल उन्होंने अदा नहीं किया था, जिस कारण पावरकॉम ने बिजली कनेक्शन काफी समय पहले ही काट दिया था। इस कारण ही परिवार दीपक जलाकर रात गुजारता था। गत रात्रि भी जब सारा परिवार अलग झुग्गी में सोने चला गया तो पप्पू ¨सह कमरे में दीपक जलाकर बैठा था। आग किस वक्त लगी इसकी परिवार को कोई भनक नहीं लगा। उन्हें तो सुबह ही आग लगने का पता चला, लेकिन जब तक पप्पू ¨सह की मौत हो चुकी थी। बस्ती के लोंगों ने मांग की कि पंजाब सरकार इस परिवार की आर्थिक तौर पर सहायता प्रदान करे, ताकि परिवार का गुजारा हो सके।