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किसानों को जागरूक करने के लिए डीसी न वैन रवाना की

बरनाला आगे वाली फसल समय पर बीजने व खेत तैयार करने के लिए खेतों में बाकी बचती अवशेष को लगाई जाती आग के बुरे रुझान प्रति किसानों लोगों को जागरूक करने के लिए डीसी बरनाला तेज प्रताप सिंह फूलका ने जिला प्रबंधकीय परिसर में से तीन जागरूक्ता वैन को हरी झंडी देकर रवाना किया गया। यह वैन जिला बरनाला के सभी 130 गांव पहले फेज में कवर करेंगी। इन वैनों में कृषि विभाग के कर्मचारी किसानों को गेहूं के नाड़ व धान की पराली को आग नहीं लगाने संबंधी प्रेरित करेंगे व अपेक्षित लिटरेचर भी किसानों को बांटा जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 05:17 PM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 05:17 PM (IST)
किसानों को जागरूक करने के लिए डीसी न वैन रवाना की
किसानों को जागरूक करने के लिए डीसी न वैन रवाना की

जागरण संवाददाता, बरनाला : फसल के अवशेष को आग लगाने से उठने वाले धुएं से जहां पर्यावरण खराब हो रहा है वहीं मानव जीवन के साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

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इसके खिलाफ जागरूक करने के लिए डीसी बरनाला तेज प्रताप सिंह फूलका ने जिला प्रबंधकीय परिसर में तीन जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए। उक्त वैन जिला बरनाला के सभी 130 गांव पहले फेज में कवर करेंगी। इन वैनों में कृषि विभाग के कर्मचारी किसानों को गेहूं के नाड़ व धान की पराली को आग न लगाने संबंधी लोगों को प्रेरित करेंगे, इस दौरान किसानो को संबंधित साहित्य भी बांटा जाएगा।

इस मौके पर डीसी बरनाला ने किसानों को संदेश देते हुए कहा कि फसलों की अवशेष को आग लगाने के साथ पैदा हुए जहरीले धुएं से मानवीय सेहत व पशु पक्षियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को विभिन्न तरह की बीमारियां जैसे कि कैंसर, चमड़ी रोग, सांस, दमा, हार्ट अटैक आदि का सामना करना पड़ता है।

इस अवसर पर एसडीएम संदीप कुमार ने कहा कि धान की अवशेष को आग लगाने से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति कम होती है, जिस कारण हमें ओर ज्यादा खाद की जरूरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि आग लगाने से जमीन बीच वाले मित्र कीड़े भी खत्म हो जाते हैं।

मुख्य कृषि अफसर बरनाला डॉ. जेपीएस ग्रेवाल ने बताया कि फसलों की अवशेष के योग्य प्रबंधन संबंधी किसानों को जागरूकता वैन द्वारा पोस्टर बांटकर, गांव के लाउड स्पीकरों द्वारा प्रचार कर, यूथ क्लबों व प्रगतिशील किसानों की मीटिगों द्वारा आग नहीं लगाने संबंधी जागरूक किया जा रहा है व इससे होने वाले नुकसान के बारे भी बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने इस बार हैप्पी सीडर के साथ गेहूं की बिजाई धान की पराली को बिना आग लगाए की है, उन किसानों के खेतों की मानिटरिग की जा रही है व समय-समय पर खेतों का मुआइना किया जा रहा है।

इस अवसर पर ब्लॉक बरनाला के डॉक्टर सुखपाल सिंह, एडीओ डॉक्टर गुरमीत सिंह, एडीओ डॉक्टर गुरचरन सिंह आदि उपस्थित थे।


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