मानव शक्ति देश की उन्नति का आधारा : डॉ. एपी सिंह
संगरूर भाई गुरदास ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंज तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नई उंचाईयों को हासिल कर चुका है। भाई गुरदास इंजीनियरिग कॉलेज के कैंपस में दो दिन की सातवीं अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के लिए सीएसआईआर नई दिल्ली इंडियन सोसायटी फार टेक्नीकल एजूकेशन मनिस्ट्री आफ होम अफेयर सीएसआईआर मिनिस्ट्री आफ इनवायरमेंट एंड फोरेस्ट तथा एमएचआरडी के द्वारा वित्तिय सहायता भी मिली है।
जागरण संवाददाता, संगरूर : भाई गुरदास ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के भाई गुरदास इंजीनियरिग कॉलेज के कैंपस में दो दिन की सातवीं अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस करवाई गई। समारोह में सीएसआइआर नई दिल्ली, इंडियन सोसायटी फार टेक्नीकल एजुकेशन, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर, सीएसआइआर, मिनिस्ट्री आफ इनवायरमेंट एंड फोरेस्ट तथा एमएचआरडी द्वारा वित्तीय सहायता भी मिली है। सभी रिसर्च पेपर यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त स्कोप जरनल में प्रकाशित किए जाएंगे। दो दिवसीय कांफ्रेंस का शुभारंभ मुख्य मेहमान एआइसीटीई नई दिल्ली के एडवाइजर डॉ. नीरज सक्सेना, आइकेजीपीटीयू कपूरथला के डीन डॉ. एपी सिंह व भाई गुरदास ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. गुनिदरजीत सिंह जवंधा ने शमां रोशन करके की। प्रोग्राम में सचिव भाई गुरदास ग्रुप के सचिव बलजिदर कौर जवंधा, एग्जक्यूटिव सदस्य डॉ. सुवरीत कौर जवंधा खास तौर पर पहुंचे। मुख्य मेहमान डॉ. नीरज सक्सेना ने अपने संबोधन में भाई गुरदास इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी ने सातवीं अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजन करके तकनीकी शिक्षा के स्तर को बढ़ाया है। डॉ. एपी सिंह ने कहा कि मानव शक्ति को देश की उन्नति तथा प्रगति का विशेष आधार माना जाता है, इसलिए मानव शक्ति का प्रयोग बेहद समझ से करना चाहिए। आज के नौजवान इंजीनियरिग तथा रिसर्च स्कालर्स अपनी इस तकनीकी ज्ञान रूपी शक्ति को नवीनतम खोज का रूप देकर देश की उन्नति में आगे बढ़ने का रोल अदा कर सकते हैं। भाई गुरदास इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डॉ. तनूजा श्रीवास्तवा ने मुख्य मेहमान, गेस्ट आफ ऑनर व नेशनल तथा अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटियों से आए शिक्षकों का स्वागत किया। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 192 रिसर्च पेपर व 200 डेलीगेट जिनमें प्रसिद्ध इंजीनियर, रिसर्च स्कालर्ज, एक्सपर्ट, वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया। कांफ्रेंस में शामिल कुछ मुख्य शिक्षक, एक्सपर्ट तथा डेलीगेट्स डॉ. आनंद वेज एनआईटी जालंधर, डॉ. मोनिका मनिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर, डॉ. राजेश खन्ना थापर यूनिवर्सिटी पटियाला, डॉ. जतिदर छाबड़ा एनआईटी कुरुक्षेत्र, डॉ. पूनम जिदल एनआईटी कुरुक्षेत्र ने विभिन्न सेशन की अध्यक्षता की। कांफ्रेंस में इंजीनियरिग तथा टेक्नोलॉजी के साथ संबंधित कई जरूरी तथा ज्ञानवर्धक पेपर पढ़े गए। कांफ्रेंस में भारत के अलावा थाईलैंड, अमेरिका, स्विडन, नाईजीरिया, मलेशिया द्वारा आए रिसर्च पेपर भी शामिल हैं।
वेलीडिक्टरी समारोह में डॉ. दपिदर कौर साइंटिस्ट पीएससीएसटी चंडीगढ़ व डॉ. पूनम जिदल एनआइटी कुरुक्षेत्र ने बतौर गेस्ट आफ ऑनर शिरकत की। इंजीनियरिग तथा टेक्नोलॉजी में हो रही तकनीकी खोजों से अवगत करवाते प्रो. सरिता कुमार ने रिसर्च स्कालर्स को रचनात्मक विचारों की रचना के लिए प्रोत्साहित किया। इसके साथ पूरे विश्व तथा सभ्यता की सामाजिक तथा वित्तीय प्रणाली को मजबूती मिलेगी। भाई गुरदास ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. गुनिदरजीत सिंह जवंधा ने बताया कि बीजीआइईटी हमेशा उन शिक्षण प्रोग्रामों को पहल देता है, जिसके साथ तकनीकी प्रगति का रास्ता खुल सके। संस्था द्वारा आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिकों, रिसर्च स्कालर्स तथा इंजीनियर्स को एक अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करके पूरे विश्व में हो रही खोज तथा आविष्कारों से अवगत करवाते हुए एक ऐसी तकनीकी सोच संचारित करता है, जिसके साथ आधुनिक युग की जड़ें ओ भी मजबूत बन सकें।