स्लम एरिया में कोरोना पर भुखमरी को भारी पड़ने का डर
पटियाला कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए कर्फ्यू में आम लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।
जेएनएन, नाभा (पटियाला) : कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए कर्फ्यू में आम लोगों की मुश्किलें थमने का नाम नही ले रहीं। यहां नई अनाज मंडी के नजदीक स्लम एरिया के लोगों ने अपनी मुश्किलें बताई। मौजूदा कर्फ्यू की मार झेल रहे प्रवासी मजदूरों प्रकाश, रवि कुमार आदि ने कहा कि वे लोग मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार वालों का पेट भरते हैं। पिछले पांच दिनों से शहर में जारी कर्फ्यू ने न केवल उन्हें बेकार बना दिया है, बल्कि उनके परिवारों का भविष्य को लेकर उनकी चिंता बढ़ा दी है।
रवि कुमार ने कहा कि पिछले पांच दिन से उन्हें कोई भी सरकारी मदद नही मिली। उनके परिवार के अलावा उनके पास मवेशी भी हैं, जिनको खाने पीने के लाले पड़े हुए हैं। उनका कहना था कि उन्होंने अपनी क्षमता के अनुसार केवल 31 मार्च तक का ही प्रबंध किया हुआ था, जो धीरे धीरे समाप्त हो रहा है। दुकानें खुल नहीं रही। बाहर जाते ही उन्हें पुलिस की लाठियों का सामना करना पड़ रहा है। उक्त लोगों का कहना था कि अब उन्हें कोरोना वायरस से नहीं, भूखमरी से डर लगने लगा है। उनकी बस्ती में तीन दिन पहले एक महिला को बच्चा हुआ उसे, उसे न तो दवा मिल रही, और न ही पूरी खुराक। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि उन्हें खाने का सामान मुहैया करवाया जाए। ये कहते हैं तहसीलदार
उक्त स्थिति के बारे में नाभा के तहसीलदार सुखजिदर सिंह टिवाणा ने कहा कि कि मौजूदा समय में लोगों को सेहत सुविधाएं देना सरकार की प्राथमिकता है,। फिलहाल गरीब लोगों को भोजन मुहैया करवाने के लिए कोई फंड नही आ रहा। कुछ समाजिक संस्थाएं गरीबों को खाना मुहैया करवा रही है परंतु सरकार द्वारा जल्दी ही जरूरतमंद लोगों के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएंगे।