संगठनों ने मनाया काला दशहरा, फूंका मोदी व कैप्टन सहित मंत्रियों का पुतला
संगरूर मांगों को लेकर बेरोजगार शिक्षकों ने फूंका सरकार व केंद्रीय मंत्रियों का पुतला।
जागरण संवाददाता, संगरूर
रोजगार प्राप्ति के लिए 8 सितंबर से जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के समक्ष पक्के मोर्चे पर बैठे टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन की अगुवाई में बेरोजगार अध्यापकों व विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को दशहरे का त्योहार काले दशहरे के रूप में मनाया। बेरोजगार अध्यापकों ने प्रबंधकीय परिसर से लालबत्ती चौक तक रोष मार्च निकालने के बाद चौक में रावण के पुतले के रूप में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह, शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला, खजाना मंत्री मनप्रीत बादल, शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार का पुतले जलाया। बेरोजगार अध्यापकों ने एक माह से सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ रोष जताते हुए रोजगार की मांग की। इस अवसर पर यूनियन के प्रांतीय प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां ने कहा कि एक महीना गुजर जाने के बावजूद पंजाब सरकार बेरोजगार अध्यापकों को रोजगार देने में कोई कदम नहीं उठा पाई है, जबकि उन्हें 31 मार्च तक नौकरी देने से असमर्थता जताई जा रही है। सरकार के इस रवैये के कारण बेरोजगार अध्यापकों व युवाओं में सरकार भारी रोष पाया जा रहा है। चुनावों से पहले कांग्रेस ने घर-घर रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन अब संगरूर में हजारों बेरोजगार अध्यापक रोजगार के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं। कांग्रेसी नेताओं द्वारा उपचुनाव हलकों में लोगों को फिर से भरमाया जा रहा है, जिसका यूनियन द्वारा रोजगार नहीं वोट नहीं मुहिम चलाकर सख्त विरोध किया जा रहा है। महासचिव गुरजीत कौर खेड़ी, प्रांतीय प्रेस सचिव रणदीप संगतपुरा ने कहा कि पंजाब में अध्यापकों के 30 हजार से अधिक पद खाली पडे हैं, जबकि बेरोजगार अध्यापक संघर्ष करने को मजबूर हैं। रोष प्रदर्शन दौरान इंकलाबी लोक मोर्चा के स्वर्णजीत सिंह, जम्हूरी अधिकार सभा के मनधीर सिंह, टीचर्स फ्रंट के सुखजिदर सिंह, देश भगत यादगार कमेटी के सचिव जुझार लोंगोवाल, क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन से विमला रानी, 6060 अध्यापक यूनियन के प्रधान रघवीर सिंह भवानीगढ़, गुरप्रीत सिंह खेड़ी, युद्धजीत सिंह, नवजीवन, अमन सेखा, संदीप गिल आदि उपस्थित थे।
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फोटो फाइल: 24
बीएसएनएल कांट्रेक्ट वर्करों ने फूंक केंद्र सरकार का पुतला
संगरूर: बीएसएनएल के कांट्रेक्ट कर्मचारियों द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल मंगलवार को 44वें दिन भी जारी रही, वहीं दशहरे के त्योहार पर भी अपने घरों से दूर रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे कांट्रेक्ट वर्करों ने बीएसएनएल एक्सचेंज के समक्ष मोदी सरकार का पुतला जलाया। बीएसएनएल वर्करों द्वारा रावण की बजाय केंद्र की मोदी सरकार का पुतला जलाकर बीएसएनएल मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जिला प्रधान बलजिदर सिंह ने बताया कि इतने दिन गुजर जाने के बावजूद किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने उनकी सार तक नहीं ली है। वर्करों को पिछले नौ महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिसकी वजह से उनका घर चलाना बेहद मुश्किल हो गया है। बच्चों के स्कूल की फीस भरने व दवा लेने के लिए भी पैसे नहीं हैं। जिला महासचिव सुखविदर सिंह ने कहा कि अगर वर्करों को जल्द बहाल व बकाया वेतन न दिया गया तो वह रोशनी के त्योहार दीवाली को काली दीवाली के रूप में मनाएंगे और उससे पहले सरकार व संबंधित विभाग के खिलाफ बड़ा संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर अजैब सिंह हथन, गुरलाल सिंह भोजोवाली, जसपाल सिंह प्रधान धूरी, रणजीत सिंह प्रधान पंजाब, सुखजिदर सिंह, मेवा सिंह, बरनाला प्रधान बृजेश कुमार, रामप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।