सिंगला की ड्रीम ट्रेन होगी बंद, सुपरफास्ट इंटरसिटी में करना पड़ेगा सफर
सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर संगरूर आने वाली व शाम करीब 6 बजे दिल्ली जाने वाली शताब्दी गाड़ी बंद हो रही है। तो यह सुनकर लोगों को चिता लग गई है।
मनदीप कुमार, संगरूर :
वर्ष 2009 में लोकसभा हलका संगरूर के तत्कालीन सांसद विजयइंद्र सिगला द्वारा संगरूर निवासियों को दिया गया शताब्दी एक्सप्रेस का तोहफा संगरूर निवासियों से जल्द ही छिनने वाला है। पिछले करीब एक दशक से लगातार सप्ताह के सातों दिन संगरूर निवासियों को संगरूर से दिल्ली, संगरूर से लुधियाना सहित अन्य इलाकों में जाने के लिए सुविधा प्रदान कर रही शताब्दी एक्सप्रेस को चार अक्टूबर 2019 से बंद करने का फैसले रेलवे विभाग ने ले लिया है। विभाग के इस फैसले से इलाका निवासियों, व्यापारियों, मुलाजिमों सहित हर वर्ग में मायूसी पाई जा रही है, क्योंकि रोजाना ही संगरूर से भारी गिनती में लोग इस रेलगाड़ी पर सफर करते थे। रेलवे विभाग इस ट्रैक पर लुधियाना-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस की जगह पर सुपरफास्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाने वाली है, जिसका किराया शताब्दी एक्सप्रेस से कम होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2009 के दौरान लोकसभा हलका संगरूर से सांसद बने विजयइंद्र सिगला ने इलाके में सात आदर्श रेलवे स्टेशन बनवाने के साथ ही संगरूर निवासियों की मांग पर केंद्र से शताब्दी एक्सप्रेस का बड़ा तोहफा अपने इलाके के लोगों को लाकर दिया। नई दिल्ली से लुधियाना व मोगा के ट्रैक पर चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (12037-12038, 12043-12044) का इलाका निवासियों को भरपूर लाभ मिला। व्यापारी, मुलाजिम, शहर निवासियों सहित संगरूर के सांसद भगवंत मान, अन्य विधायक भी इस रेलगाड़ी के माध्यम से दिल्ली तक का सफर करते रहे हैं। दिल्ली से आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित अन्य नेतागण भी इस ट्रेन के माध्यम से ही संगरूर पहुंचते थे। शताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली से लुधियाना व दो दिन मोगा तक का सफर तय करती है, जिससे लोगों को आरामदायक सफर का लाभ मिलता है। लुधियाना से चलकर शताब्दी एक्सप्रेस शाम पांच बजकर 40 मिनट पर संगरूर से दिल्ली के लिए रवाना होती है, जबकि सुबह 10:50 पर संगरूर स्टेशन पर वापस लौट आती है। शताब्दी एक्सप्रेस में संगरूर, बरनाला, धूरी व लुधियाना इलाके के उद्योगपति भी सफर करते हैं। बेहद कम समय में संगरूर से दिल्ली पहुंचने की सुविधा देने वाली शताब्दी के बंद होने से इलाका निवासी सहित उद्योगपतियों को भी बेहद निराशा का सामना करना पड़ेगा।
बता दें कि इस शताब्दी गाड़ी की 720 सीटें हैं व लगभग 550 यात्री इसमें हर रोज सफर करते हैं। यह गाड़ी दिल्ली से सुबह 7 बजे चलती है व संगरूर में पौने 11 बजे पहुंचकर लुधियाना में 12:15 बजे पहुंचती है व वापस दोबारा दिल्ली रात 10 बजे पहुंचती है। रेलवे विभाग का तर्क है कि विभाग इस रेलगाड़ी की रोजाना की कमाई से संतुष्ट नहीं है। संगरूर निवासियों की सुविधा के लिए जारी रहे शताब्दी
नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान व पार्षद महेश मेशी, नगर सुधार ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन वकील नरेश जुनेजा, व्यापार मंडल के प्रतिनिधि अमरजीत सिंह टीटू ने मांग उठाई कि शताब्दी एक्सप्रेस को लगातार जारी रखा जाना चाहिए, क्योंकि संगरूर निवासियों के लिए बेहतरीन सफल का यह इकलौता जरिया है। इसका लोगों को भरपूर फायदा मिलता है। वह यह रेलगाड़ी को जारी रखने की मांग कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला के समक्ष रखेंगे, ताकि इसे जारी रखा जाए।
रेलवे विभाग अपने फैसले पर करें दुबारा विचार : ढींडसा
राज्य सभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने इस फैसले पर कहा कि यदि ऐसा किया जा रहा है तो यह बेहद गलत बात है। वह इस संबंधी रेलवे मंत्री से भी बात करेंगे। रेलवे विभाग का फर्ज बनता है कि वह यह फैसला बदलें। यदि ऐसा न हुआ तो वह राज्य सभा में यह मामला उठाएंगे। लोगों का भी फर्ज बनता है कि वह भी इस गाड़ी को विशेष प्राथमिकता दें व इस सुविधा का अधिक से अधिक फायदा उठाएं। उद्योगपतियों की जरूरत के मद्देनजर जारी रहे शताब्दी
संगरूर इंडस्ट्रीयल चैंबर के प्रधान घनश्याम कांसल ने कहा कि उद्योगपतियों को रोजाना ही दिल्ली आना-जाना पड़ता है, वहीं उद्योगों का दौरा करने के लिए आने वाले क्वाइंट को भी आरामदायक सफर मिलता है। तत्कालीन सांसद विजयइंद्र सिगला ने यह संगरूर के लिए यह बेहतरीन सुविधा दिलाई थी, जिसे भविष्य में भी जारी रखा जाना चाहिए। सुनाम में ठहराव की मांग
नगर कौंसिल सुनाम की सीनियर उपप्रधान कोमल कांसल ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर मांग की कि सुनाम में जैन संतों का चातुर्मास चल रहा है। इसके चलते पंजाब सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु सुनाम पहुंचते हैं। इसके मद्देनजर सुनाम शहीद ऊधम सिंह वाला स्टेशन पर उक्त शताब्दी एक्सप्रेस सहित नांदेड़ साहिब एक्सप्रेस का ठहरावा बनाया जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को आने-जाने में सुविधा मिल सके।
सुपरफास्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस होगी शुरू
संगरूर स्टेशन सुपरिटेंडेंट कमलजीत सिंह ने शताब्दी एक्सप्रेस बंद करने व इंटरसिटी एक्सप्रेस आरंभ करने के रेलवे विभाग द्वारा लिए गए फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि विभाग चार अक्टूबर के बाद इंटरसिटी एक्सप्रेस की शुरूआत करेगी। रोजाना संगरूर से 50-70 यात्री सफर करते हैं। शताब्दी का किराया अधिक होने के कारण कुछ यात्री सफर से संकोच करते हैं, इंटरसिटी रेलगाड़ी का मध्यवर्गीय यात्रियों को भी फायदा मिलेगा।