खेड़ी का अनुसूचित वर्ग करेगा पंचायत चुनाव का बायकॉट
संगरूर ग्रामीण धनाढ्यों की चुनाव अधिकारियों से मिलीभुगत होने के चलते गांव खेड़ी के दलितों के सरपंच व पंच उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल न करने के विरोध में दलितों ने शुक्रवार को चुनावों के बायकाट का एलान किया।
जागरण संवाददाता, संगरूर
एक तरफ जहां जिला संगरूर के सभी गांवों में 30 दिसंबर को होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर माहौल पूरी तरह से गरमाया हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ गांव खेड़ी में अनुसूचित जाति के लोगों ने इन चुनावों को बायकॉट कर दिया है।
इस बारे में गांव के अनुसूचित जाति के लोगों ने आरोप लगाया है कि जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी की ओर से सरपंच व पंच पद के लिए उतारे गए उम्मीदवारों का नामांकन पत्र अधिकारियों ने गांव के धनाढ्यों की शह पर नहीं भरने दिए। इसलिए अब वे लोग पंचायत चुनाव में अपने मत का कतई इस्तेमाल नहीं करेंगे। इस बारे में अनुसूचित जाति के लोगों ने वीरवार देर रात गांव में संयुक्त बैठक करके उक्त चुनावों के बहिष्कार का एलान किया।
उधर, जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के नेता दर्शन खेड़ी व कौर ¨सह खेड़ी ने बताया कि खेड़ी गांव के समूह अनुसूचित जाति के लोगों ने इस बारे में रैली की है। रैली में कमेटी के प्रधान मुकेश मलौद ने कहा कि अनुसूचित वर्ग की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गांव खेड़ी के धनाढ्य अनुसूचित वर्ग को उनके हक से वंचित कर रहे हैं। गांव से इस वर्ग की तरफ से सरपंच पद के लिए जगसीर ¨सह व पंच के लिए तारा ¨सह ने अपना नामांकन भरना था। मगर, अंतिम दिन बुधवार को जब दोनों उम्मीदवार नामांकन भरने गए, तो अधिकारियों ने किसी न किसी बहाने उनके कागज पूरा न होने की बात कहकर बाहर भेज दिया। इसके बाद उन्हें फिर कमरे में दाखिल नहीं होने दिया। इसके कारण उनके नामांकन दाखिल नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि धनाढ्यों की शह पर अधिकारी द्वारा किए गए पक्षपात को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन के नेता गुरमुख ¨सह ने एलान किया कि पंचायत चुनाव प्रक्रिया में कोई भी अनुसूचित जाति का व्यक्ति भाग नहीं लेगा और संघर्ष तेज किया जाएगा।