अनुसूचित वर्ग की महिलाओ ने डीसी कार्यालय के समक्ष की भूख हड़ताल
संवाद सहयोगी संगरूर आज लगातार दूसरे दिन गांव ईना बाजवा की अनुसूचित वर्ग की महिलाओं पर दर्ज केस रद करने की मांग की।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
आज लगातार दूसरे दिन गांव ईना बाजवा की अनुसूचित वर्ग की महिलाओं पर हुए झूठे पर्चों को लेकर महिलाओं द्वारा पांच दिन धूरी में धरना देने के बाद बुधवार को डीसी कार्यालय संगरूर में भूख हड़ताल की गई। जिसमें जगसीर सिंह, मनिदर सिंह, हरविदर कौर हड़ताल में अनिश्चित समय के लिए भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
इस मौके भीम राव अंबेडकर आरगेनाइजेशन के प्रधान जगसीर सिंह ने कहा कि गांव ईना बाजवा में दलित लोग अपने हिस्से की पंचायत जमीन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। गत सत्तर वर्षों से जमीन उनके पास ही थी लेकिन पंचायत वहां पर धक्के से पार्क बनाना चाहती है। यह जमीन उनके पास वर्ष 1997 की कोर्ट द्वारा बंदी भी लगाई हुई है। गांव के सरपंच के घर वाला कुलदीप सिंह कीपा जो दलित परिवारों से धक्का कर रहा है। उसने संघर्ष कर रहे अनुसूचित पर झूठे पर्चे दर्ज करवा दिए हैं। जिनमें से एक गर्भवती महिला व बारह वर्ष का बच्चा शामिल हैं। धूरी व महलकलां के सीनियर कांग्रेसी नेता पंचायत के पक्ष में आकर दलितों पर अत्याचार करवा रहे हैं। करनैल सिंह नीलोवाल बहुजन समाज पार्टी के जिला प्रधान व मग्घर सिंह खुनाल खुर्द हलका इंचार्ज ने कहा कि दलितों को इंसाफ न मिलने की सूरत में आने वाले समय में तीखा संघर्ष शुरु किया जाएगा। उधर सरपंच मनप्रीत सिंह के पति कुलदीप सिंह कीपा ने कहा कि मनरेगा की तरफ से पार्क मंजूर हुआ था। अभी पार्क का भी काम बंद है। यह जमीन किसी की पुश्तैनी नहीं है, अगर किसी के पास पुश्तैनी होने के प्रमाण है तो वह उनको प्रमाण दिखाए।