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सबूत जुटाने वालों ने ही विधु जैन मामले के सबूत किए खुर्दबुर्द : विनोद गुप्ता

संगरूर 30 सितंबर 2013 को मालेरकोटला में 12 वर्षीय विधु जैन को आग लगाकर मौत के घाट उतारने के मामले में अभी तक परिवार को इंसाफ नहीं मिल पाया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक व पुलिस से लेकर सीबीआई व हाईकोर्ट तक परिवार इंसाफ की खातिर गुहार लगा चुका है लेकिन परिवार को इंसाफ की कोई किरण दिखाई नहीं दे रही है। इसी के चलते सोमवार को विधु जैन के ताया विनोद जैन व तायी रंजना जैन संगरूर में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल से मुलाकात करने के लिए पहुंचे

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 07:54 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 06:34 AM (IST)
सबूत जुटाने वालों ने ही विधु जैन मामले के सबूत किए खुर्दबुर्द : विनोद गुप्ता
सबूत जुटाने वालों ने ही विधु जैन मामले के सबूत किए खुर्दबुर्द : विनोद गुप्ता

जागरण संवाददाता, संगरूर :

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30 सितंबर 2013 को मालेरकोटला में 12 वर्षीय विधु जैन को आग लगाकर मौत के घाट उतारने के मामले में अभी तक परिवार को इंसाफ नहीं मिल पाया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक व पुलिस से लेकर सीबीआई व हाईकोर्ट तक परिवार इंसाफ की खातिर गुहार लगा चुका है, लेकिन परिवार को इंसाफ की कोई किरण दिखाई नहीं दे रही है। इसी के चलते सोमवार को विधु जैन के ताया विनोद जैन व ताई रंजना जैन संगरूर में शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल से मुलाकात करने के लिए पहुंचे व इंसाफ के लिए एक बार फिर गुहार लगाते हुए अपील की कि वह परिवार को इंसाफ दिलाएं, क्योकि छह वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी परिवार के हाथ केवल निराशा ही लग पाई है। सुखबीर बादल से मुलाकात करने के लिए विधु जैन के परिजनों ने आज बार-बार प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा कर्मियों उन्हें हमेशा सुखबीर से दूर रखा, लेकिन मामला मीडिया में आने के बाद सुखबीर सिंह बादल से परिवार की मुलाकात करवाई गई। सुखबीर सिंह बादल ने परिवार को भरोसा दिलाया कि परमिदर सिंह ढींडसा के माध्यम से वह चंडीगढ़ में मिलने का समय दिया जाएगा। वह चंडीगढ़ आ जाएं, वहां उनकी मामले पर जो भी बनता सहयोग होगा दिया जाएगा।

मरहूम विधु जैन के ताया विनोद कुमार ने कहा कि सितंबर 2013 को विधु जैन को आग लगाकर बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। जिसकी जांच करते हुए पुलिस व अन्य एजेंसियों ने ही वारदात के सबूत जुटाने की बजाए सबूत खुर्दबुर्द कर दिए। मामला सीबीआई तक पहुंचा, लेकिन अभी तक भी परिवार को न तो इंसाफ मिला है और न ही सीबीआई आरोपितों को बेनकाब कर पाई है। परिवार इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहा है। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा सहित अन्य नेताओं सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय राज्यमंत्रियों से भी गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने भले ही अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है, लेकिन इतना अवश्य भनक मिल रही है कि पुलिस ने ही सबूतों को मिटा दिया है। राजनीतिक शह पर इस मामले के असल तथ्यों को छुपाया जा रहा है। उन्होंने एलान किया कि यदि परिवार को जल्द इंसाफ न मिला तो परिवार संघर्ष करने को मजबूर होगा।


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