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सरकारी विभागों पर पावरकॉम का 50 करोड़ बकाया, दलितों के काटे जा रहे कनेक्शन

संगरूर बिजली के बिल का भुगतान न करने पर पावरकाम द्वारा जहां एक तरफ गरीब परिवारों का बिजली कनेक्शन काटकर उन्हें अंधेरे में ¨जदगी व्यतीत करने को मजबूर किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी अदारों की तरफ पावरकाम का बिजली बिल का करीब 50 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। ऐसे में साफ है कि पावरकाम केवल गरीब वर्ष घरेलू उपभोक्ताओं पर ही सख्ती दिखा रही है, जबकि सरकारी अदारों के प्रति ढीला रवैया पावरकाम के उक्त बकाये के ग्राफ को महीना पर-महीना बढ़ा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 06:36 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 06:36 PM (IST)
सरकारी विभागों पर पावरकॉम का 50 करोड़ बकाया, दलितों के काटे जा रहे कनेक्शन
सरकारी विभागों पर पावरकॉम का 50 करोड़ बकाया, दलितों के काटे जा रहे कनेक्शन

मनदीप कुमार, संगरूर :

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बिजली के बिल का भुगतान न करने पर पावरकॉम द्वारा जहां एक तरफ गरीब परिवारों का बिजली कनेक्शन काटकर उन्हें अंधेरे में ¨जदगी व्यतीत करने को मजबूर किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभागों की तरफ पावरकाम का बिजली बिल का करीब 50 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। ऐसे में साफ है कि पावरकॉम केवल गरीब व घरेलू उपभोक्ताओं पर ही सख्ती दिखा रही है, जबकि सरकारी विभागों के प्रति ढीला रवैया अपना रही है।

उधर, कुछ हजार रुपये के बिजली बिलों की अदायगी न करने पर इलाके के करीब 300 घरेलू उपभोक्तोओं पर पिछले कई माह से बिजली कनेक्शन काटे जाने के अंधेरे में रहने को मजबूर है। मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा तीन हजार बिजली यूनिट प्रति वर्ष की शर्त के तहत लोगों को भेजे मोटी बिजली बिलों के कारण अधिकतर लोग पावरकॉम की मार का शिकार हुए है।

उल्लेखनीय है कि अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान एससी व बीसी परिवारों को 200 यूनिट प्रति माह के अनुसार बिजली बिल माफ किए गए थे, जिसे कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद 3000 यूनिट प्रति वर्ष की शर्त लागू करके सभी घरेलू बिजली खपतकारों को भारी भरकम बिजली बिल थमा दिए। बिजली बिल भरने से असमर्थ लोगों के पावरकॉम की ओर से बिजली कनेक्शन काटकर उनके घरों को बिजली की सप्लाई बंद कर दी है। वहीं सरकारी अदारों की बात करें तो करीब 50.40 करोड़ रुपये के बिजली बिल बकाया है, जिसकी रिकवरी करवाने में पावरकाम के भी पसीने छूट चुके हैं। बेशक कभी कभार पावरकाम की ओर से इन अदारों के बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी भी दी जाती है, लेकिन पूरे बकाये की अदायगी करने की बजाए, कुछ रकम जमा करवाकर पावरकाम को शांत कर दिया जाता है। इसी रवैये के कारण पावरकाम के संगरूर सर्किल का 50 करोड़ रुपया अदारों की तरफ बकाया है। जल सप्लाई व सेनिटेशन विभाग का करीब 26.70 करोड़, नगर कौंसिल सहित अन्य अदारों का 11.54 करोड़, ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग का 4.43 करोड़, लोक निर्माण विभाग का 2.70 करोड़, सेहत विभाग का 1.48 करोड़, शिक्षा विभाग की तरफ 19 लाख के बिजली बिलों का भुगतान नहीं हो पाया है। घर में कमाने वाला नहीं कोई, बुजुर्ग महिला बेबस

स्थानीय सुंदर बस्ती निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला गुरदेव कौर पत्नी स्वर्गीय फग्गन ¨सह ने बताया कि घर में वह अपनी नाबालिग पोतियों व पोते के साथ रहती हैं। पति व पुत्र की मौत के बाद घर में कमाने वाला कोई नहीं है। कचरे के ढेर से कागज चुगकर अपने परिवार का गुजारा करती हैं। कुछ माह पहले उसे पावरकॉम ने 20 हजार रुपये का बिजली बिल थमा दिया, जबकि घर में बिजली के उपकरण तो दूर खस्ताहाल हुए घर में बिजली की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। बिल का भुगतान न होने पर बिजली कनेक्शन पावरकॉम ने काट दिया। तीन माह से अंधेरे में ही रहने को मजबूर हैं। 10 हजार बिल नहीं भरा तो काट दिया कनेक्शन

रूप ¨सह पुत्र काला राम ने बताया कि पहले उन्हें 200 यूनिट प्रति माह मुफ्त बिजली का लाभ मिल रहा था, लेकिन जब सरकार ने यह राहत बंद की तो उसे 10 हजार रुपये का बिल थमा दिया। वह दिहाड़ी करके अपने परिवार का गुजारा चलाता है, जिसके चलते दस हजार रुपये जमा करवाने से वह असमर्थ था। बिजली बिल न भरे जाने के कारण पांच माह पहले बिजली कनेक्शन काट दिया। अब बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं। मोमबत्ती जलाकर ही गुजारा करते हैं। 32 हजार रुपये बिजली बिल, अब हुआ अंधेरा

दिहाड़ीदार बलदेव ¨सह पुत्र संजीव कुमार ने बताया कि वह देहाड़ी करके अपने परिवार का गुजारा चलाता है। घर में आमदनी का कोई अन्य साधन नहीं है। घर में एसी, गीजर, हीटर, वा¨शग मशीन, प्रेस इत्यादि सहित कोई भी अधिक बिजली खपत वाला उपकरण न होने के बावजूद पावरकॉम ने उन्हें 32 हजार रुपये बिजली बिल भेज दिया है। बिल न भरे जाने पर तुरंत पावरकाम ने बिजली कनेक्शन काट दिया। अब पिछले तीन माह से बिना बिजली के ही गुजारा कर रहे हैं। इतना बिल भरने से वह पूरी तरह से असमर्थ हैं। दलितों को मिले बिना शर्त बिजली माफी का लाभ

दलित वेलफेयर संगठन पंजाब के प्रांतीय प्रधान दर्शन कांगड़ा ने कहा कि पावरकॉम की ओर से सरासर दलित व गरीब परिवारों से धक्केशाही की जा रही है। एक तरफ करोड़ों रुपये के बकाया बिलों की अदायगी रुकी हुई है, जबकि दिहाड़ीदार गरीबों के बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं। किसानों की भांति दलितों व गरीबों को भी बिना शर्त बिजली माफी का लाभ दिया जाना चाहिए। साथ ही एक किलो वाट पर 200 यूनिट के अनुसार तीन हजार वार्षिक यूनिट की शर्त को रद किया जाए। पावरकॉम रिकवरी के लिए प्रयासरत

पावरकॉम संगरूर सर्किल के एसई बसंत बांसल से बात करने पर उन्होंने कहा कि बिजली बिलों के भुगतान के लिए सरकारी अदारों को समय-समय पर नोटिस निकाला जा रहा है। साथ ही कनेक्शन काटने का कदम उठाने से भी गुरेज नहीं करेंगे। बिल भुगतान न करने वालों के लिए सभी के प्रति एक जैसे ही कदम उठाए जाते हैं।


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