शहर में कूड़े को खाद बनाने के लिए बनाए जाएंगे पिट्स
संगरूर स्वच्छ भारत मिशन पंजाब की ओर से स्वच्छ भारत मिशऩ अधीन संगरूर के प्रधान, समूह पार्षदों, नगर कौंसिल अधिकारियों को स्वच्छता प्रति जानकारी देने के लिए जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बैठक हाल में वर्कशाप का आयोजन किया। वर्कशाप दौरान डायरेक्टर डा. पूर्ण ¨सह व एसिस्टेंट मैनेजर नरेश कुमार भारद्वाज ने विशेष तौर पर शिरकत की। उन्होंने समूह पार्षदों व कौंसिल अधिकारियों को प्रेरित करते हुए शहरों से निकलने वाले कूडे की मात्रा को कम से कम करने व कूडे को खाद में तबदील करके इसे बिक्री के योग्य बनाने का संदेश दिया। पार्षद ही शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए समूह पार्षद अहम योगदान डाल सकते हैं। सभी पार्षद अपने-अपने वार्ड के लोगों को अपने घरों से निकलने वाले कूडे को कम करने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि घरेलू कूडे को खाद के रूप में तबदील करके पेड़-पौधों में इस्तेमाल किया जा सकता है। घरों में सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग कूड़ेदान में रखने के लिए प्रेरित करें।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
स्वच्छ भारत मिशन पंजाब की ओर से स्वच्छ भारत मिशन के अधीन संगरूर के प्रधान, समूह पार्षदों, नगर कौंसिल अधिकारियों को स्वच्छता प्रति जानकारी देने के लिए जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के बैठक हाल में वर्कशॉप का आयोजन किया। वर्कशॉप के दौरान डायरेक्टर डॉ. पूर्ण ¨सह व असिस्टेंट मैनेजर नरेश कुमार भारद्वाज ने विशेष तौर पर शिरकत की। उन्होंने समूह पार्षदों व कौंसिल अधिकारियों को प्रेरित करते हुए शहरों से निकलने वाले कूड़े की मात्रा को कम से कम करने व कूडे़ को खाद में तबदील करके इसे बिक्री के योग्य बनाने का संदेश दिया। पार्षद ही शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए समूह पार्षद अहम योगदान डाल सकते हैं। सभी पार्षद अपने-अपने वार्ड के लोगों को अपने घरों से निकलने वाले कूडे को कम करने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि घरेलू कूडे़ को खाद के रूप में तबदील करके पेड़-पौधों में इस्तेमाल किया जा सकता है। घरों में सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग कूड़ेदान में रखने के लिए प्रेरित करें। गीले कचरा के लिए कूड़ेदान का रंग हरा होना चाहिए व सूखे कूड़े के लिए नीले रंग का कूड़ेदान रखा जाए। नगर को साफ-सुथरा रखने के लिए यह नगर पालिका की एक अनूठी पहल होगी। इसके लिए पालिका शहर निवासियों को कूडे़दान भी वितरित कर सकती है। आज के समय में सफाई व्यवस्था में पालीथिन लिफाफे व प्लास्टिक की बोतलें सबसे बड़ी बाधा हैं। प्लास्टिक के लिफाफों का प्रयोग लोगों को न करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, साथ ही इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएं। प्लास्टिक की बोतलों का कम से कम इस्तेमाल करें व इसे बार-बार इस्तेमाल किया जाना चाहिए, ताकि इनके बढ़ते कचरे को रोका जा सके। घरों से निकलने वाले भोजन, सब्जी, फल के छिलके हरे कूड़ेदान में डलवाएं जाएंगे व घरों में ही मटका या किसी बाल्टी इत्यादि में डालकर इसे खाद में तबदील किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संगरूर सिटी को स्वच्छ बनाने व कूड़ा मुक्त करने के लिए 42.50 लाख रुपये की राशि जारी की गई है, जिसकी मदद से नगर कौंसिल शहर के वार्डा में से कूड़ा उठाने के लिए 70 रेहडियों सहित अन्य सामग्री की खरीद करेगा। साथ ही कूड़े को अलग-अलग करके खाद बनाने के लिए वार्र्डो में पिट्स बनाए जाएंगे। इन पिट्स के निर्माण के साथ ही इन पर शैड बनाए जाएंगे। इन पिट्स से खाद बनाकर बेची जाएगी, ताकि कूड़ा कर्कट को बढ़ने से रोका जा सकें व साथ ही पेड़-पौधों में इस्तेमाल किया जा सके।
पार्षदों ने वर्कशॉप के दौरान भरोसा दिलाया कि सभी पार्षद अपने वार्ड निवासियों को कम से कम कूड़ा पैदा करने के लिए जागरूक करेंगे, ¨कतु साथ ही उन्होंने सफाई सेवकों की ओर से पर्याप्त ढंग से ड्यूटी न करने का तर्क पेश किया। उन्होंने कहा कि सफाई सेवक घरों से कूड़ा इकट्ठा करके कूड़े के डंपों पर गिराने तक ही सीमित हैं। सफाई सेवकों को उनकी ड्यूटी प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। नगर कौंसिल के प्रधान रिपुदमन ¨सह ढिल्लो, पार्षद महेश कुमार मेशी, कांग्रेस नेता नरेश गाबा, पार्षद सरजीवन ¨जदल ने भरोसा दिलाया कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन का हर प्रकार से सहयोग दिया जाएगा। लोगों को कूडे़ से खाद बनाने व कूडे को अलग-अलग इकट्ठा करने के लिए जागरूक किया जाएगा। इस मौके पर नगर कौंसिल सुपरिंटेंडेंट बाल कृष्ण, पार्षद मोती लाल मनचंदा, प्यारा ¨सह, विनोद कुमार बोदी आदि उपस्थित थे।