दिल्ली में विदेशी नागरिक से 900 ग्राम चिट्टा खरीदकर ला रहे चार तस्कर गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, संगरूर : दिल्ली के अफ्रिकन व्यक्ति से 11 लाख रुपये का 900 ग्राम चिट्टा (हेरोइन)
जागरण संवाददाता, संगरूर : दिल्ली के अफ्रिकन व्यक्ति से 11 लाख रुपये का 900 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) खरीदकर संगरूर के इलाके में बेचने ला रहे यहां के चार नशा तस्करों को सीआईए स्टाफ बहादुर ¨सह वाला की पुलिस ने मानवाला ¨लक रोड धूरी नजदीक नाकाबंदी करके एक कार में से गिरफ्तार किया। संगरूर पुलिस के हाथ यह अब तक की सबसे बड़ी चिट्टे की खेप लगी है। तस्करों द्वारा कार पर जाली नंबर लगाकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश थी। पुलिस ने इनके पास से एक हजार नशीली गोलियां भी बरामद की। गिरफ्तारी उपरांत पूछताछ में इन्होंने चिट्टा बेचकर की गई कमाई से खरीदा घर का सामान भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही पुलिस इनसे चिट्टा खरीदने वाले खरीददारों की पहचान करने में भी जुट गई है, ताकि उन्हें प्रेरित करके नशामुक्त किया जा सकें। दिल्ली के अफ्रिकन नागरिक पर शिकंजा कसने के लिए संगरूर पुलिस दिल्ली पुलिस से संपर्क करेगी।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी मनदीप ¨सह सिद्धू ने बताया कि सीआईए स्टाफ बहादुर सिंह वाला पुलिस ने सूचना के आधार पर मानवाला ¨लक रोड पर नाकाबंदी करके सामने से आती एक कार को रोककर तलाशी ली। कार में सवार अवतार ¨सह व जगतार ¨सह उर्फ बिट्टू निवासी बाजीगर बस्ती धूरी, रा¨जदर ¨सह उर्फ बिट्टू निवासी रोहटी छन्ना थाना सदर नाभा से कुल 900 ग्राम चिट्टा व गुरमीत ¨सह उर्फ ¨छदा निवासी धूरी से एक हजार नशीली गोलियां बरामद हुई। पुलिस ने जांच दौरान कार पर रजिस्ट्रेशन नंबर भी जाली लगा पाया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार करके इनके खिलाफ थाना सिटी धूरी में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। उनसे पूछताछ की तो उन्होंने खुलासा किया कि यह चिट्टा वह दिल्ली के अफ्रिकन व्यक्ति से 11 लाख रुपये में खरीदकर लाए हैं। सख्ती कारण थी अधिक मुनाफा मिलने की उम्मीद
तस्करों ने पुलिस को बताया कि पुलिस द्वारा पंजाब में नशे के खिलाफ की गई सख्ती के कारण उन्हें चिट्टे से अधिक मुनाफा होने की उम्मीद थी। पहले वह कम मात्रा में चिट्टा लाकर इलाके में बेचते थे, लेकिन अधिक मुनाफे की उम्मीद में इस बार भारी मात्रा में चिट्टा खरीदकर लाएं। 11 लाख रुपये के इस चिट्टे को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बेचने वाले थे, जिसे उन्हें 25-30 लाख रुपये तक कमाई होनी थी। इससे उन्होंने मोटा मुनाफा होना था। इससे पहले भी वह अफ्रिकन व्यक्ति से तीन-चार बार चिट्टा लाकर इलाके में बेच चुके हैं। चिट्टा बेचकर जी रहे थे लग्जरी लाइफ
पुलिस ने पड़ताल में पाया कि कोई भी रोजगार इत्यादि न करने के बावजूद इन नशा तस्करों के घरों में लग्जरी लाइफ जीने की हर सुविधा मौजूद थी। पांचवीं से दसवीं तक की पढाई करने वाले चारों तस्कर चिट्टा बेचकर उससे होने वाली कमाई से अपने घरों के लिए सामान खरीद लेते थे, ताकि हर सुख-सुविधा का आनंद ले सकें। पुलिस ने इनके घर से एक कार, दो मोटरसाइकिल, दो स्कूी, एक डबल बैड, एक सोफा सेट, दो फ्रिज, दो कूलर, तीन वा¨शग मशीन, दो एलसीडी, एक टीवी, 15 गैस सिलेंडर, तीन चूल्हे, दो अलमारियां, दो पंखे, एक गीजर अपने कब्जे में लिया। बैंकों में हैं लॉकर, लॉकर में रखते हैं कमाई
नशेड़ियों व अन्य छोटे खरीददारों को चिट्टा बेचकर होने वाली कमाई से जहां उक्त नशा तस्कर अपने सुख-सुविधा का सामान खरीदते थे, वहीं बाकी कमाई बैंक के लॉकरों में रखते हैं। पूछताछ दौरान सामने आया कि इनके बैंकों में लॉकर भी मौजूद हैं। पुलिस इनके बैंक खातों की डिटेल भी खंगालेगी व बैंकों की मदद से लॉकरों की भी जांच होगी। पुलिस को इन चारों के पास से कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। चिट्टा खरीदने वाले नशेड़ियों को सुधारने करेंगे प्रयास
एसएसपी मनदीप ¨सह सिद्धू ने स्पष्ट किया कि इन नशा तस्करों से चिट्टा खरीदकर सेवन करने वाले व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। उनके परिजनों से मिलकर इन नशेड़ियों को नशामुक्त करने व उनके पुन:आवास के लिए प्रेरित जाएगा। ऐसा न हो कि यह नशेड़ी इन नशा तस्करों के बाद किसी अन्य तस्कर के चंगुल में फंसे। पहले भी दर्ज हैं कई मामले
- अवतार ¨सह: आयु: 40 वर्ष, पढ़ाई: दसवीं पास (बेरोजगार), आबकारी, एनडीपीएस के सात मामले दर्ज।
- रा¨जदर ¨सह उर्फ बिट्टू: आयु: 34 वर्ष, पढ़ाई: पांचवीं पास (बेरोजगार), एनडीपीसी एक्ट व एक 307 सहित छह मामले दर्ज।
- जगतार ¨सह बिट्टू: आयु: 32वर्ष, सातवीं पास (बेरोजगार), एनडीपीएस एक्ट का एक मामला दर्ज।
- गुरमीत ¨सह उर्फ ¨छदा। आयु: 26 वर्ष, पढ़ाई: पांचवीं पास (बेरोजगार)