Sangrur: पटियाला जेल में पिता की मौत, बेटे ने लगाए जेल अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप
Sangrur एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले में हवालाती के तौर पर बंद नजदीकी गांव बालद कलां के बाप-बेटे में से दिल की बीमारी से पीड़ित पिता की गत दिनों मौत हो गई। बेटे ने अपने पिता की मौत के लिए बड़े जेल अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया।
संगरूर, जागरण टीम: जिला जेल पटियाला में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले में हवालाती के तौर पर बंद नजदीकी गांव बालद कलां के बाप-बेटे में से दिल की बीमारी से पीड़ित पिता की गत दिनों मौत हो गई। पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए पटियाला जेल से गांव बालद कलां में आए बेटे ने अपने पिता की मौत के लिए बड़े जेल अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया।
जेल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान व जेल मंत्री से जेलों के सिस्टम की जांच करवाने की गुहार लगाई। जेल अधिकारियों पर पैसे लेकर जेल में बंद कैदियों को लग्जरी वीआइपी सुविधाएं प्रदान करने का भी आरोप लगाया।
गांव बालद कलां का गुरमीत सिंह व उनका बेटा जगदीप सिंह दोनों करीब 19 महीने से एनडीपीएस केस में हवालाती के तौर पर पटियाला जेल में बंद हैं। 25 नवंबर को पटियाला जेल में गुरमीत सिंह की मौत हो गई। इसके बाद गुरमीत सिंह के अंतिम संस्कार के लिए रविवार को उसके बेटे जगदीप सिंह को उसके गांव अपने पिता के शव के साथ बालद कलां भेजा गया। यहां आकर गांव के श्मशान घाट में अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के बाद जगदीप सिंह ने मीडिया के सामने पटियाला जेल के अधिकारियों खिलाफ कई बड़े खुलासे किए। उसने बताया कि उसका पिता लंबे समय से दिल की बीमारी से पीड़ित थे। जेल में उसके इलाज के लिए वह बार-बार जेल अधिकारियों को अपनी लिखित अर्जियां दे रहा था, लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। पिता का कोई टेस्ट नहीं किया गया। जेल के अस्पताल में भी आम कैदी व हवालाती के इलाज को कोई प्राथमिकता नहीं दी जाती है, जबकि जो कैदी व हवालाती पैसा का इंतजाम करके देते हैं, उन्हें ही इलाज मुहैया करवाया जाता है। इलाज के अभाव के कारण उसके पिता की मौत हो गई। उसने जेल अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जेल में पैसे लेकर वीआइपी सुविधा मिलती है, जबकि आम व्यक्ति की कोई सार लेने वाला नहीं है। उसने कहा कि उसके पिता को किसी प्रकार की सेहत सुविधा नहीं दी गई। इसके कारण उनकी मौत हो गई। उसने मुख्यमंत्री भगवंत मान व जेल मंत्री से गुहार लगाई की पटियाला जेल अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।