मनरेगा स्कीम के तहत बदली जाएगी गावों की नुहार : डीसी
जागरण संवाददाता संगरूर पंजाब सरकार द्वारा ग्रामीण विकास व पंचायती विभाग के जरिए विकास करवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, संगरूर : पंजाब सरकार द्वारा ग्रामीण विकास व पंचायती विभाग के जरिये मनरेगा स्कीम अधीन वित्तीय वर्ष 2020-21 दौरान करीब 86 करोड़ रुपये जिला संगरूर की ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों पर खर्च किए जाएंगे। यह जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर रामवीर ने कहा कि गांवों की नुहार बदलने के लिए मनरेगा तहत इस ग्रांट का पारदर्शी तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि समाज के हर वर्ग को इसका फायदा मिल सके। इस ग्रांट के तहत जिले में 600 ग्राम पंचायतों में करवाए जा रहे कार्यों के लिए मरेगा वर्करों को लगभग 23 लाख दिहाड़ी का रोजगार प्राप्त होगा। डीसी ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने के कारण मार्च 2020 के आखिरी सप्ताह ग्राम पंचायतों में काम बंद हो गए थे। काम बंद होने से मरेगा वर्करों के काम का भी नुकसान हुआ। कोविड-19 की महामारी को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार द्वार मरेगा लाभार्थियों को अधिक से अधिक लाभ देने के लिए पशु शैड, बकरी शैड, सुअर पालन शैड, बरमी कंपोस्ट पिट आदि व्यक्तिगत कार्यों को पहल देने के आदेश दिए गए। अब तक 1360 व्यक्तिगत कार्यों की मंजूरी भी जारी कर दी गई है व 843 व्यक्तिगत काम प्रगति अधीन हैं। ग्रामीणों को रोजगार के साधन मुहैया करवाने के लिए कोविड-19 कारण व्यक्तिगत कार्यों पर शतप्रतिशत फंड मनरेगा में से खर्च करने के लिए हिदायत दी गई है। इस संबंधी अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) राजिदर बत्रा ने कहा कि प्रांतीय सरकार द्वारा काम सबंधी लक्ष्य को समय पर पूरा किया जाएगा व अधिक से अधिक लोगों को रोजगार व व्यक्तिगत कार्यों का लाभ प्रदान किया जाएगा। केाविड़ महामारी के दौरन भी 35755 मरेगा जॉब कार्ड धारक परिवारों को छह अगस्त तक 5,37,874 दिवस रोजगार दिया जा चुका है। 31 मार्च 2021 तक लगभग 23 लाख दिहाड़ियों का रोजगार दिया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य मनरेगा वर्करों का जीवन स्तर बेहतर बनाने व आर्थिक हालात में सुधार करना है।