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महाराजा रणजीत ¨सह के जन्मदिन पर कांग्रेस सरकार की बेरुखी रही बरकरार

जागरण संवाददाता, संगरूर : शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत ¨सह के प्रति कांग्रेस सरकार का बेरुखी का रवैय

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 05:13 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 05:13 PM (IST)
महाराजा रणजीत ¨सह के जन्मदिन पर कांग्रेस सरकार की बेरुखी रही बरकरार
महाराजा रणजीत ¨सह के जन्मदिन पर कांग्रेस सरकार की बेरुखी रही बरकरार

जागरण संवाददाता, संगरूर : शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत ¨सह के प्रति कांग्रेस सरकार का बेरुखी का रवैये आज भी बरकरार रहा। महाराजा रणजीत ¨सह के जन्मदिन 13 नवंबर के दिन उनके ननिहाल गांव में सरकारी तौर पर समागम आयोजित करने की मांग जहां दशक बाद भी कांग्रेस सरकार ने अभी तक पूरी नहीं की, वहीं मंगलवार को भी सरकारी तौर कोई समागम आयोजित नहीं किया गया। अकाली-भाजपा सरकार द्वारा महाराजा रणजीत ¨सह की याद में गांव बड़रुखां के बाहर पार्क में घोड़े पर सवार महाराजा रणजीत ¨सह का कांस्य बुत पार्क में लगाने की मांग भी अभी तक पूरी नहीं हुई, जिस कारण गांव निवासियों में निराशा का आलम बरकरार है। पार्क में बना आधा-अधूरा चबूतरा अभी भी महाराजा रणजीत ¨सह की कांसे के बुत का इंतजार कर रहा है, वहीं सरपंच के घर पर रखा महाराजा रणजीत ¨सह का बुत पिछले वर्ष से धूल फांक रहा है। दो दशक पहले किया गया था कांस्य बुत स्थापना का एलान

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वर्ष 1997, 2001, 2007, 2013 में शेर-ए-पंजाब का जन्मदिन पर राज्य स्तरीय समागम के दौरान मुख्यमंत्री प्रकाश ¨सह बादल द्वारा शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत ¨सह के ननिहाल गांव बड़रुखां में महाराजा रणजीत ¨सह के यादगारी पार्क स्थापित कर घोड़े पर सवार कांस्य का बुत लगाने का एलान किया गया था, लेकिन आज तक यह एलान पूरा नहीं हो पाया। बेशक यहां पर पार्क का निर्माण तो हुआ, लेकिन बुत स्थापित नहीं किया जा सका। बार-बार उक्त वादा पूरा करने की गुहार पंचायतें व ग्रामीण करते रहे, लेकिन इसके बाद भी वादा पूरा नहीं हो पाया। समय-समय पर अकाली-भाजपा सरकार समागम का आयोजन भी करती रही, लेकिन वर्ष 2013 के बाद से समागम का भी आयोजन नहीं किया गया। नवंबर 2014 में रखा वित्तमंत्री ने पार्क का नींव पत्थर

हलके के विधायक व तत्कालीन वित्तमंत्री पर¨मदर ¨सह ढींडसा ने वर्ष 2014 में 13 नवंबर को यादगारी पार्क के निर्माण का नींव पत्थर रखा गया। पार्क का निर्माण करवा दिया गया व बुत की स्थापना के लिए चबुतरे का भी निर्माण किया गया, लेकिन बुत का इंतजार करता हुआ चबूतरा भी वक्त के साथ टूटने लगा है। ग्रामीण हरदीप ¨सह, लख¨वदर ¨सह, गुरदियाल ¨सह, रोशन ¨सह ने कहा कि महाराजा रणजीत ¨सह के शासन जैसा शासन देने का वादा करके सत्ता में आने वाली समय-समय की सरकारों ने महाराजा रणजीत ¨सह की यादगार स्थापित करने के प्रति ऐसा रवैये बेहद ¨नदनीय है। किए वादे अनुसार महाराजा रणजीत का बुत जल्द से जल्द स्थापित किया जाना चाहिए। डेढ़ वर्ष पहले आया बुत, पंचायत ने लगाने से किया इंकार

सत्ता परिवर्तन के बाद करीब डेढ़ वर्ष पहले उक्त यादगारी पार्क में स्थापित करने के लिए महाराजा रणजीत ¨सह का बुत गांव की पंचायत के पास सरकार द्वारा भेज दिया गया, लेकिन पंचायत उस वक्त हैरान हो गई जब घोड़े पर सवार महाराजा रणजीत ¨सह के कांसे के बुत की बजाए, महाराजा रणजीत ¨सह के खड़े अवस्था का बुत पहुंचा। तत्कालीन सरपंच हरबंस कौर, उनके पुत्र रणजीत ¨सह ¨मटू व पंच बल¨वदर ¨सह ने एतराज जाहिर किया कि एलान के अनुसार घोड़े पर सवार महाराजा रणजीत ¨सह के बुत की ही स्थापना की जाएगी। यह बुत कतई स्थापित नहीं किया जाएगा। इतनी ही नहीं सरकार द्वारा भेजे गए बुत की शक्ल भी महाराजा रणजीत ¨सह की शक्ल से पूरी तरह अलग है। महाराजा रणजीत ¨सह की जहां एक आंख चेचक के कारण खराब हो गई थी, वहीं बुत में महाराजा रणजीत ¨सह की दोनों आंखों को ठीक दिखाया गया है। इसकी शिकायत के बाद प्रशासन ने बुत को वापस लेकर जाना चाहा, लेकिन पंचायत ने फैसला लिया कि घोड़े पर सवार महाराजा रणजीत ¨सह का कांस्य से बना बुत आने पर ही यह बुत वापस किया जाएगा। सरकारी तौर पर जन्मदिवस मनाने की मांग अधूरी

रणदीप ¨मटू ने कहा कि वर्ष 2006 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय में मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह से गुरुद्वारा महाराजा रणजीत ¨सह साहिब बड़रुखां की कमेटी व पंचायत ने महाराजा रणजीत ¨सह का जन्मदिन सरकारी तौर पर राज्य स्तरीय समागम के रूप में मनाने की मांग की थी, जिसे अभी तक भी मौजूदा कांग्रेस सरकार ने पूरा नहीं किया। मंगलवार को भी गुरुद्वारा महाराजा रणजीत ¨सह साहिब में जत्थेदार बाबा बाबू ¨सह की अगुआई में ही श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए।

महाराजा रणजीत ¨सह के जन्मदिन पर मंगलवार को गांव के गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डालने के बाद कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र ¨सगला, सुनाम से हलका इंचार्ज दामन बाजवा, हरमन बाजवा, कांग्रेस के जिला प्रधान रा¨जदर राजा बीरकलां नतमस्तक होने पहुंचे। मौजूदा सरकार द्वारा सरकारी समागम आयोजित न करने के कारण ग्रामीणों व प्रबंधक कमेटी में निराशा पाई गई। कमेटी ने दोबारा कैबिनेट मंत्री के समक्ष राज्य स्तरीय समागम आयोजित करने की मांग उठाई।

मुख्यमंत्री से करेंगे बात, जल्द उठाएंगे कदम: ¨सगला

इस बाबत कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र ¨सगला से बात करने पर उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत ¨सह के बुत की स्थापना बाबत व जन्मदिन पर सरकारी तौर पर राज्य स्तरीय समागम के आयोजन बाबत वह मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह से बातचीत करेंगे। सीएम से बातचीत करके ही भविष्य पर समागम करने का फैसला लिया जाएगा। बुत संबंधी उन्होंने कहा कि यह मामला कैबिनेट मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू के ध्यान में लाया जाएगा, ताकि पुरातन विभाग से संपर्क करके बुत स्थापित किया जा सके।


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