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ग्रामीण बैंकों के निजीकरण पर मुलाजिमों का प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, संगरूर ग्रामीण बैंक मुलाजिमों को अन्य बैंकों के मुलाजिमों के बराबर तनख्

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Mar 2018 03:04 AM (IST)Updated: Tue, 27 Mar 2018 03:04 AM (IST)
ग्रामीण बैंकों के निजीकरण पर मुलाजिमों का प्रदर्शन
ग्रामीण बैंकों के निजीकरण पर मुलाजिमों का प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, संगरूर

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ग्रामीण बैंक मुलाजिमों को अन्य बैंकों के मुलाजिमों के बराबर तनख्वाह, भत्ते व पेंशन का लाभ न मिलने तथा ग्रामीण बैंकों को निजी हाथों में सौंपने की केंद्र सरकार द्वारा बनाई जा रही योजना के विरोध में तीन दिवसीय हड़ताल शुरू की। सोमवार को यूनाइटेड फोरम आफ रीजनल रूरल बैंक यूनियन के आह्वान पर ग्रामीण बैंक मुलाजिमों ने प्रदर्शन किया। 360 मुलाजिमों की हड़ताल के कारण मालवा ग्रामीण बैंक की 89 बैंक शाखाएं व मुख्य दफ्तर बंद रहे व करोड़ों रुपये का लेन-देन पूर्ण तौर पर ठप रहा। हड़ताल के कारण ग्रामीण इलाके के किसानों, व्यापारियों व अन्य खाताधारकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। मार्च माह के कारण बैंकों का क्लो¨जग कामकाज भी प्रभावित होगा, जिस कारण कई दिनों तक ग्रामीण बैंकों से लोगों का लेन-देन ठप रह सकता है। मालवा ग्रामीण बैंक मुलाजिमों ने बैंक की मुख्य शाखा के समक्ष नारेबाजी करके रोष जताया।

मालवा ग्रामीण बैंक आफिसर्स व इंप्लाइज एसोसिएशन के महासचिव कामरेड पाली राम बांसल ने बैंक के मुख्य दफ्तर समक्ष मुलाजिमों को संबोधित करते हुए ग्रामीण बैंकों का केंद्र सरकार निजीकरण करने पर तुली है, जिस कारण देश की ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ जाएगी। उन्होंने बैंकों के निजीकरण की योजना का सख्त विरोध करते हुए कहा कि ग्रामीण बैंकों के मुलाजिमों को पेंशन देने पर केंद्र सरकार जानबूझकर रुकावट खड़ी कर रही है। उन्होंने ग्रामीण बैंकों के मुलाजिमों को व्यापारिक बैंकों के बराबर के भत्ते, वेतन व अन्य सुविधाएं देने, ग्रामीण बैंकों के अन्य बैंकों में तरस के आधार पर नौकरी की सुविधा लागू करने की मांग की।

मुलाजिम नीतू व सुखवंत ¨सह ने मालवा ग्रामीण बैंक द्वारा मुलाजिमों की तरक्की में की जा रही देरी की ¨नदा करते हुए मांग की कि बैंक मुलाजिमों को तुरंत तरक्की प्रदान की जाए, ताकि मुलाजिमों की सीनियोरिटी का नुकसान न हो। एसोसिएशन के प्रधान हर¨वदर ¨सह ने कहा कि ग्रामीण बैंकों के निजीकरण से किसानों, मजदूरों व छोटे व्यापार को मुश्किलों का सामना करने पड़ेगा। इंस¨वदर खुराणा ने कहा कि यदि सरकार ने मालवा ग्रामीण बैंक मुलाजिमों की मांगों पर ध्यान न दिया तो मुलाजिम अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल आरंभ करेंगे। इस अवसर पर सु¨रदर ¨सह, मुख्तियार ¨सह, गुरनाम ¨सह, महेश बांसल, गुरदीप भुल्लर आदि उपस्थित थे।


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