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40 साल बाद सिविल अस्पताल में 18 लाख से लगाई जा रही लिफ्ट

संगरूर वर्ष 2019 सिविल अस्पताल संगरूर के लिए उन्नति का वर्ष बनकर चढ़ा है। अस्पताल में मरीजों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं में जहां विस्तार किया जा रहा है, वहीं संगरूर सिविल अस्पताल में पिछले चार दशकों के बाद लिफ्ट की सुविधा दोबारा बहाल की जा रही है। अस्पताल में लिफ्ट लगाने का काम आरंभ हो गया है व अगले माह के अंत तक अस्पताल के मरीजों व उनके परिजनों को लिफ्ट की सुविधा मिल पाएगी। गौर हो कि अस्पताल में लिफ्ट न होने के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 05:03 PM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 06:06 PM (IST)
40 साल बाद सिविल अस्पताल में 18 लाख से लगाई जा रही लिफ्ट
40 साल बाद सिविल अस्पताल में 18 लाख से लगाई जा रही लिफ्ट

अश्वनी शर्मा, संगरूर :

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वर्ष 2019 सिविल अस्पताल संगरूर के लिए उन्नति का वर्ष बनकर आया है। अस्पताल में मरीजों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं में जहां विस्तार किया जा रहा है, वहीं संगरूर सिविल अस्पताल में पिछले चार दशकों के बाद लिफ्ट की सुविधा दोबारा बहाल की जा रही है।

अस्पताल में लिफ्ट लगाने का काम आरंभ हो गया है व अगले माह के अंत तक अस्पताल के मरीजों व उनके परिजनों को लिफ्ट की सुविधा मिल पाएगी। गौर हो कि अस्पताल में लिफ्ट न होने के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। मरीजों व उनके परिजनों सहित अस्पताल के समूह स्टाफ ने लिफ्ट की सुविधा मिलने पर खुशी जाहिर की। इसके साथ ही अस्पताल को आगजनी से बचाने के लिए हाईटेक फायरब्रिगेड सिस्टम भी लगाया जा रहा है, जिसकी मदद से अस्पताल में आपात स्थिति में आगजनी से निपटने को फायरब्रिगेड को जरूरत नहीं होगी, बल्कि अस्पताल में लगा फायर सिस्टम ही आगजनी पर काबू पाने में समर्थ होगा।

उल्लेखनीय है कि सिविल अस्पताल की रियासती समय की इमारत अभी तक आगजनी से निपटने के लिए सक्षम नहीं थी, जिस कारण किसी भी आगजनी की घटना के समय फायरब्रिगेड पर ही निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अस्पताल में आधुनिक प्लांट बनाया जा रहा है और अस्पताल की पूरी इमारत को फायर सेफ्टी सिस्टम से लैस किया जा रहा है। आधुनिक प्लांट बनकर तैयार हो गया है, जबकि अस्पताल की इमारत में काम चालू है। इस प्लांट के चालू होने से आगजनी के समय पर अस्पताल में आग बुझाने के लिए बाहर से फायरब्रिगेड बुलाने की जरूरत नहीं होगी। सिविल अस्पताल में बना प्लांट ही आगजनी से निपटेगा।

इसके अलावा सिविल अस्पताल में चार दशक से बंद पड़ी लिफ्ट को बहाल करने के लिए काम शुरू हो गया है। जोहनसन कंपनी ने अस्पताल मे लिफ्ट लगाने का काम शुरू कर दिया है। 18 लाख रुपये की लागत से लिफ्ट स्थापित की जाएगी, जिसमें एक ही समय पर 20 के समीप व्यक्ति अस्पताल के तल से तीसरी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। खास बात यह भी है कि अस्पताल की लिफ्ट में मरीज को स्ट्रेचर समेत ही ऊपरी मंजिल तक पहुंचाया जा सकेगा, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। अब अस्पताल में लिफ्ट न होने के कारण मरीज व उनके परिजन बेहद परेशानी के दौर से गुजरते हैं, क्योंकि मरीजों को ऊपरी मंजिल तक लेकर जाने के लिए ढलान का ही इस्तेमाल किया जाता है। मरीजों सहित उनके परिजन बेहद परेशान होता है। उक्त कंपनी द्वारा न केवल अस्पताल में लिफ्ट लगाई जाएगी, बल्कि साथ ही लिफ्ट के रखरखाव पर भी ध्यान दिया जाएगा। अस्पताल की मुख्य जरूरत होगी पूरी

एसएमओ डॉ. कृपाल ¨सह ने बताया कि अस्पताल में लिफ्ट न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब अगले माह के बाद लिफ्ट चालू हो जाएगी। मरीज को वार्ड में शिफ्ट करने के लिए पहले व्हील चेयर पर बैठाकर ले जाना पड़ता है, जिससे मरीज परेशान होते हैं। लिफ्ट की क्षमता व स्पेस अधिक रखी जाएगी, ताकि एक समय पर 20 से अधिक व्यक्ति लिफ्ट का प्रयोग कर सकें। मरीज को स्ट्रेचर सहित ही लिफ्ट से वार्ड तक पहुंचा सकेंगे। सरकार के प्रयासों से अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इसके अलावा आगजनी से निपटने के लिए प्लांट भी स्थापित कर लिया गया है। मरीजों के परिजनों को मिलेगी राहत

अस्पताल में भर्ती मरीज कर्मजीत, लख¨वदर ¨सह, प्रीतपाल ¨सह व उनके परिजन भीम सैन, कमलेश कौर, जस¨वदर कौर, जसपाल कौर ने कहा कि अस्पताल में लिफ्ट न होने के कारण अब मरीजों को नीचे से ऊपरी मंजिल पर लेकर जाने व परिजनों को सीढि़यों पर तीन मंजिल तक चढ़ना पड़ता है, जिससे लोग बेहद परेशान होते हैं। अब लिफ्ट लगने से मरीजों सहित उनके परिजनों को भी राहत मिलेगी। अस्पताल में मरीजों की सुविधा की खातिर इसकी सख्त जरूरत है।


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