कैबिनेट मंत्री की कोठी बाहर अध्यापकों ने की भूख हड़ताल
संगरूर लंबे समय से रेगुलर करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे 517
जागरण संवाददाता, संगरूर
लंबे समय से रेगुलर करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे 5178 अध्यापक यूनियन की अगुआई में अध्यापकों ने रविवार को बरसात के बीच ही कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र ¨सगला की कोठी के बाहर संगरूर-पटियाला बाईपास रोड पर सड़क किनारे भूख हड़ताल की। दिन भर की भूख हड़ताल दौरान महिला अध्यापक अपनी बच्चों सहित धरने में पहुंची। अध्यापकों सहित बच्चों ने भी सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करके हुए अध्यापकों को तुरंत रेगुलर करने की मांग की। साथ ही अध्यापकों ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें सरकार ने तुरंत रेगुलर न किया तो आगामी समय में कड़ा संघर्ष किया जाएगा। भूख हड़ताल की अगुआई यूनियन के जिलाध्यक्ष कर्मजीत ¨सह नदामपुर व प्रदेश कमेटी सदस्य विक्रमजीत मालेरकोटला ने की।
धरने को संबोधित करते हुए धूरी ब्लाक अध्यक्ष यश अत्री ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते कहा कि राज्य सरकार ने 2011 में टीईटी टेस्ट पास करने के बाद शिक्षा विभाग की मंजूरशुदा पोस्टों पर उन्हें नवंबर 2014 में तीन साल की ठेके की शर्त पर महज 6 हजार रुपये महीना भर्ती किया गया था। नियुक्ति पत्र की शर्त मुताबिक इन अध्यापकों को नवंबर 2017 में रेगुलर किया जाना था। इसके लिए अक्तूबर 2017 में शिक्षा विभाग के डायरेक्टर ने रेगुलर की फाइलें भी ले ली गई थीं, ¨कतु अब दस महीने के बीतने के बाद भी उन्हें रेगुलर नहीं किया गया। जबकि वित विभाग ने उन्हें मिलने वाली नाममात्र छह हजार रुपये वेतन भी बंद कर दिया है। ऐसे में उन्हें अपने परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया है। ब्लाक लहरा अध्यक्ष शिवाली ने मांग की कि 5178 अध्यापकों को तुरंत रेगुलर करने का पत्र जारी किया जाए, यदि ऐसा न हुआ तो वह मरणव्रत शुरू कर देंगे। इस मौके पर बलवीर चंद लौंगोवाल, देवी दयाल, अमृतपाल सिद्धू, कुलदीप ¨सह, पर¨मदर ¨सह, कंवरजीत भवानीगढ़, अज¨वदर ¨सह धूरी, सुमनप्रीत सुनाम, कश्मीर ¨सह संगरूर, हर¨जदर ¨सह, विकास मालेरकोटला, जगदीप अमरगढ़ आदि उपस्थित थे।