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तूरबंजारा व उभावाल में सेहत विभाग की टीम का विरोध, वापस लौटी टीम

जागरण टीम संगरूर पंजाब सरकार व प्रशासन लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सैंपलिग करवाने का किया विरोध।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Sep 2020 10:53 PM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2020 10:53 PM (IST)
तूरबंजारा व उभावाल में सेहत विभाग की टीम का विरोध, वापस लौटी टीम
तूरबंजारा व उभावाल में सेहत विभाग की टीम का विरोध, वापस लौटी टीम

जागरण टीम, संगरूर :

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पंजाब सरकार व प्रशासन लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सैंपलिग करवाने के लिए लगातार जागरूक कर रहा है, लेकिन दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों में लगातार सेहत विभाग की टीमों का विरोध किया जा रहा है। शनिवार को गांव तूरबंजारा व गांव उभावाल में टीमों को विरोध का सामना करना पड़ा व टीमों को विरोध के चलते वापस लौटना पड़ा। नजदीकी गांव तूरबंजारा में सैंपलिग करने पहुंची पीएचसी कोहरियां की सेहत टीम का गांव निवासियों द्वारा विरोध करते हुए सैंपलिग करवाने से इंकार कर दिया गया। इससे टीम को बगैर सैंपलिग किए वापस लौटना पड़ा।

गांव के सरपंच हरप्रीत सिंह द्वारा गांव निवासियों के इस विरोध में साथ दिया। गांव निवासी मलकीत सिंह ने बताया कि कोरोना संबंधी कहीं भी सुविधाओं का सही प्रबंध नहीं है। सरकार केवल आंकड़ों का खेल खेल रही है। गांव निवासी टेस्ट करवाने को बिलकुल तैयार नहीं हैं। इसलिए सभी ने मिलकर फैसला किया है कि सेहत टीम का गांव पहुंचने पर विरोध किया जाएगा। अगर फिर भी टीम टेस्ट करने हेतु गांव में आई तो उसका घेराव किया जाएगा। टीम के प्रमुख सुपरवाइर मार्केट कमेटी सूलरघराट के लेखाकार गुरजंट सिंह ने कहा कि वह टीम के साथ टेस्टिग करवाने आए थे, लेकिन गांव निवासियों ने बगैर किसी बात के विरोध शुरू कर दिया। जिस कारण माहौल को शांत रखने की खातिर वह वापस लौट आए।

उधर, संगरूर के नजदीकी गांव उभावाल में भी कोरोना संक्रमित मरीज को लेने के लिए पहुंची सेहत केंद्र लोंगोवाल की टीम का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। सुपरवाइजर राजिदर सिंह ने बताया कि गांव का एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया था, जिसे लेने के लिए सेहत विभाग की टीम गांव में पहुंची तो ग्रामीण जमा हो गए। किरती किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की अगुआई में ग्रामीण ने टीम का विरोध करते हुए मरीज को साथ लेकर जाने से रोका। साथ ही होम आइसोलेशन के लिए भी मरीज व उसके परिवार से बातचीत करने से रोक लिया। यूनियन के कार्यकर्ताओं ने एलान किया कि वह किसी भी कीमत पर मरीज को गांव से बाहर लेकर नही जाने देंगे। मरीज का ग्रामीण अपने स्तर पर संभाल करेंगे। टीम ने इसकी सूचना लोंगोवाल पुलिस को दी तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर माहौल को शांत किया। विरोध के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा। एसएमओ लोंगोवाल डॉ. अंजू सिगला ने कहा कि टीम के साथ ग्रामीणों द्वारा किए गए विरोध की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई। टीम को विरोध के कारण वापस लौटना पड़ा।


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