नहीं थम रहा पशुओं का आतंक, एक और युवक की गई जान
संगरूर जिला संगरूर की सड़कों पर घुमते बेसहारा पशु लगातार लोगों की जान पर काल बने हुए हैं।
अश्वनी शर्मा, संगरूर :
जिला संगरूर की सड़कों पर घुमते बेसहारा पशु लगातार लोगों के लिए काल बने हुए हैं। गत रात्रि भी संगरूर-तातड़ा रोड पर एक गाय की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत हो गई, जबकि उसका साथी घायल हो गया। पातड़ा रोड पर गत रात्रि पलविदर सिंह (25) पुत्र प्रगट सिंह व गुरदीप सिंह पुत्र धन्ना सिंह निवासी दशमेश नगर मौड़ा (सुलरघराट) मोटरसाइकिल पर सवार होकर संगरूर से मौड़ा की तरफ जा रहे थे तो रास्ते में हाईवे पर मैहलां चौक के समीप फ्वाईओवर से उतरते समय अचानक एक बेसहारा पशु मोटरसाइकिल के सामने आ गया। हादसे में घायल हुए दोनों युवकों को सिविल अस्पताल लाया गया, जहां पलविदर सिंह की मौत हो गई, जबकि सिविल अस्पताल में गुरदीप सिंह उपचाराधीन है। पुलिस ने 174 की कार्रवाई करके शव परिजनों को सौंप दिया। प्रशासन हुए हवा, सड़कों पर घूम रहे पशु
नगर कौंसिल संगरूर सहित जिले के अन्य हिस्सों में नगर कौंसिलों के अधीन टीमें बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए कार्य कर रही है, जबकि संगरूर जिले में हजारों की तादाद में मौजूद बेसहारा पशु सहारा नहीं मिल पा रहा है। प्रशासन ने दावा किया कि 400 से अधिक पशुओं को पकड़कर गोशाला झनेड़ी में पहुचाया गया है, कितु अभी भी सड़कों पर घूमते पशुओं की गिनती सैकड़ों में है। जिले में 62 से अधिक गोशालाएं मौजूद हैं, जहां पर इन पशुओं को रखने की व्यवस्था की जा रही है। झनेड़ी की गोशाला में पशुओं की बढ़ती गिनती के मद्देनजर अन्य प्रबंध भी किए जा रहे हैं। ढ़ाई माह में सात लोगों की गई जान
अगस्त व सितंबर माह के दौरान संगरूर जिले में विभिन्न जगहों पर बेसहारा पशुओं की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो चुकी है। सुनाम के बाजार में होमगार्ड जवान बलविदर सिंह निवासी खनौरी को बेसहारा पशु ने उठाकर जमीन पर पटक दिया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा सुनाम के युवक 23 वर्षीय आतिश अग्रवाल, संगरूर के राजिदर गर्ग, चीमा निवासी महिला जसविदर कौर की बेसहारा पशु की चपेट में आने से मौत हुई। वहीं गत रात्रि नलविदर सिंह की हादसे में मौत हो गई है। हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है बेसहारा पशुओं का मुद्दा
आरटीआइ एक्टिविस्ट व सिटी बजाओ के संयोजक जतिदर जैन ने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में बेसहारा पशुओं की समस्या के हल के लिए पंजाब सरकार को जवाबदेह बनाने के लिए जनहित याचिका दायर की है। जैन ने सवाल उठाया कि सरकार गो सेस की लगातार वसूली कर रही है, लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर हर दिन कीमती जिंदगी जा रही हैं और सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। ऐसे में हाईकोर्ट से अपील की गई है कि इसके लिए पंजाब सरकार की जिम्मेदारी तय की जाए व बेसहारा पशुओं की समस्या का हल हो सके। प्रयास लगातार जारी, जल्द हल होगी समस्या
डीसी घनश्याम थोरी ने कहा कि सभी इलाकों में बेसहारा पशुओं को पकड़ने की मुहिम लगातार जारी है। बड़ी संख्या में पशु गोशाला में पहुंचाए गए हैं तथा आगे भी यह मुहिम जारी रहेगी। दिसंबर तक मुकम्मल तौर पर जिला संगरूर पशुओं की समस्या से मुक्त हो जाएगा। साथ ही बाहरी इलाकों से पशुओं को जिले में छोड़ने से रोकने के लिए भी टीमें तैनात हैं। प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत हैं।