बेरोजगार शिक्षकों ने फूंकी सरकार के झूठे वादों की गठरी
रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार सांझे मोर्चे के नेतृत्व में संघर्ष कर रहे बेरोजगार अध्यापकों द्वारा लगाए मोर्चे के 27वें दिन गणतंत्र दिवस पर रोष मार्च किया गया।
संवाद सहयोगी, संगरूर
रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार सांझे मोर्चे के नेतृत्व में संघर्ष कर रहे बेरोजगार अध्यापकों द्वारा लगाए मोर्चे के 27वें दिन गणतंत्र दिवस पर रोष मार्च किया गया। अध्यापकों ने काले झंडे लेकर रोष मार्च निकाला व लाल बत्ती चौक में पहुंचकर पंजाब सरकार के रोजगार देने के झूठे वादों की गठरी फूंककर नारेबाजी की।
मोर्चे के नेता सुखविदर सिंह ढिलवां, कृष्ण सिंह, जगसीर सिंह, हरजिदर सिंह ने कहा कि उन्होंने गत 27 दिनों से शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिगला की कोठी के समक्ष मोर्चा लगा रखा है। अभी तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री बेरोजगार अध्यापकों के हल हेतु बैठक बुलाएं।
उन्होंने कहा कि हालांकि गणतंत्र दिवस पर स्थानीय झंडा फहराने आए मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ को काली झंडी दिखाई जानी थीं लेकिन कांगड़ द्वारा एक दिन पहले रात को रेस्ट हाउस में बैठक बुलाकर उनकी बैठक मुख्यमंत्री से करवाने का आश्वासन दिया गया इसी वजह से उन्होंने कांगड़ को काली झंडिया दिखाने की योजना स्थगित कर दी। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हो रही है। बेरोजगार नौकरी के लिए सड़कों पर दिन-रात व्यतीत कर रहे हैं। सरकार चुनावों से पहले बेरोजगारों को रोजगार देने के वादे से भाग रही है। अगर उनकी मांगों के प्रति जल्द ही कोई हल न किया गया तो आने वाले दिनों में संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा। इस मौके पर शीशपाल सिंह, गगनदीप सिंह, रणबीर सिंह, अमन सेखा, कुलवंत सिंह, पंजा सिंह, हरविदर सिंह, जसविदर सिंह आदि उपस्थित थे।