पंजाब सरकार को भी शराब पर पूर्ण पाबंदी लगानी चाहिए : डॉ. एएस मान
संगरूर साइंटिफिक अवेयरनेस एंड सोशल वेलफेयर फोरम की ओर से सोसवा व रेडक्रॉस नशामुक्ति केंद्र के सहयोग से सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अमरगढ़ में नशे के खिलाफ सेमिनार करवाया गया। सेमिनार को संबोधित करते हुए फोरम के प्रधान डॉ. एएस मान व मोहन शर्मा ने कहा कि प्रतिदिन 2 से 3 नौजवान चिट्टे के कारण मर रहे हैं। कॉलेजों में 70 प्रतिशत लड़के व 30 प्रतिशत लड़कियां नशे की आदी हैं। नशे की सबसे बड़ी जड़ शराब है। जिसे सरकार नशा मानने के लिए तैयार नहीं है। गांवों में 15 से 20 विधवाएं शराब के कारण ही हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
साइंटिफिक अवेयरनेस एंड सोशल वेलफेयर फोरम की ओर से सोसवा व रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र के सहयोग से सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अमरगढ़ में नशे के खिलाफ सेमिनार करवाया गया। सेमिनार को संबोधित करते हुए फोरम के प्रधान डॉ. एएस मान व मोहन शर्मा ने कहा कि प्रतिदिन 2 से 3 नौजवान चिट्टे के कारण मर रहे हैं। कॉलेजों में 70 प्रतिशत लड़के व 30 प्रतिशत लड़कियां नशे की आदी हैं। नशे की सबसे बड़ी जड़ शराब है। जिसे सरकार नशा मानने के लिए तैयार नहीं है। गांवों में 15 से 20 विधवाएं शराब के कारण ही हैं। पंजाब सरकार को शराब पर पूर्ण पाबंदी करनी चाहिए। जो टैक्स सरकार को शराब से आता है वह सीधे तौर पर लगा लेना चाहिए। बलदेव ¨सह गौसल ने कहा कि वृद्धि आश्रमों में आधे से ज्यादा बुजुर्ग शराबी बेटों ने निकाले हुए है। इस मौके पर प्रह्लाद ¨सह, मोहम्मद इखलाक, नायब ¨सह, चरणजीत बातिश, सुख¨जदर झल्ल, डॉ. पवित्र ¨सह आदि उपस्थित थे।