स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ा रहे गंदगी के ढेर
लहरागागा संगरूर एक तरफ स्वच्छ भारत तहत सफाई के बड़े दावे किए जा रहे हैं व जगह-जगह विज्ञापन करती फ्लैक्स बोर्ड लगाए जा रहे हैं ¨कतु इन फ्लैक्सों के नीचे ही कूड़ा-कर्कट के ढेर लगे हुए हैं। जिसमें बेसहारा पशु मुंह मारते नजर आते हैं। स्वच्छ भारत 2019 की फ्लैक्सों में लिखा है कि प्लास्टिक के लिफाफों पर पूर्ण पाबंदी है।
जेएनएन, लहरागागा (संगरूर)
एक तरफ स्वच्छ भारत तहत सफाई के बड़े दावे किए जा रहे हैं व जगह-जगह स्वच्छता के संदेश देने के लिए फ्लैक्स बोर्ड लगाए जा रहे हैं, ¨कतु इन फ्लैक्सों के नीचे ही कूड़ा-कर्कट के ढेर लगे हुए हैं। जहां बेसहारा पशु मुंह मारते नजर आते हैं। स्वच्छ भारत 2019 की फ्लैक्सों में लिखा है कि प्लास्टिक के लिफाफों पर पूर्ण पाबंदी है, इस पर सख्ती लागू की जाए, ¨कतु अब भी हर दुकानदार के पास प्लास्टिक के लिफाफों का भंडार है। इनका उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है जो गंदगी फैलाने व सीवरेज बंद होने के कारण बनती है। नगर कौंसिल द्वारा हिदायतों अनुसार घरों में से गीला व सुखा कूड़ा अलग-अलग करने के लिए दिए जाने वाले डस्टबीन कहीं दिखाई तक नहीं दे रहे हैं। इस संबंधी शहर निवासियों को जागरूक करना बेहद जरूरी है।
इस संबंधी नगर कौंसिल के सीनियर उप प्रधान महेश नीटू शर्मा ने बताया कि डस्टबीनों संबंधी उनके पास कोई फंड नहीं आया, जब फंड आएगा तो यह डस्टबिन सप्लाई किए जाएंगे। सफाई के हाल संबंधी उन्होंने कहा कि 26 जनवरी करके कर्मचारी उधर व्यस्त हैं। सफाई जल्द करवा दी जाएगी। मोहल्लों में कई-कई दिन सफाई न होने संबंधी उन्होंने कहा कि वह चैक करवा लेते हैं व सफाई न होने संबंधी पता लगाएंगे।
स्वच्छ लहरा वेलफेयर आर्गेनाइजेशन के नेताओं ने कहा कि मौसमी बीमारियों को देखते हुए सफाई की तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि स्वच्छ लहरा सर्वेक्षण पर अमल हो सके व शहर निवासियों को बीमारियों से बचाया जा सके।