पंचायती जमीन की बोली पांचवीं बार रद, अनुसूचित वर्ग ने की नारेबाजी
संवाद सूत्र भवानीगढ़ (संगरूर) नजदीकी गांव घराचों में पंचायत जमीन में से आरक्षित हिस्से की बोली रद करवारई।
संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर) :
नजदीकी गांव घराचों में पंचायत जमीन में से आरक्षित हिस्से की आठ एकड़ जमीन की गुरुवार को पांचवी बार रखी बोली फिर रद हो गई। इससे दलित भाईचारे के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया व उन्होंने संबंधित विभाग, पंजाब सरकार व कैबिनेट मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अनुसूचित भाईचारे ने एलान किया कि जानबूझकर बोली को लंबित रखा जा रहा है। धान का सीजन अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है, लेकिन जमीन की अभी तक बोली नहीं हुई। इस कारण गांव के दलित भाईचारे के परिवार भूखे मरने को मजबूर हैं, क्योंकि बिना धान की पैदावार के परिवार आने वाले समय में कैसे गुजारा करेंगे।
जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के वित्त सचिव बिक्कर सिंह हथोआ, इकाई प्रधान गुरचरन सिंह ने कहा कि प्रशासन जानबूझकर बोली रद करवा रहा है, ताकि दलितों को बार-बार परेशान किया जा सके और वह जमीन लेने के इरादे को छोड़ दें, परन्तु ऐसा कभी नहीं होगा। जब तक दलितों केा अपने हिस्से की जमीन नहीं मिल जाती तब तक संघर्ष लगातार जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि दलित पहले ही आठ एकड़ जमीन पर 28 सितंबर को कब्जा करने का ऐलान कर चुके हैं। मौके पर मिट्ठू सिंह, मग्घर सिंह, चरनजीत कौर, परमजीत कौर आदि उपस्थित थे। उधर ब्लॉक विकास पंचायत अफसर बलजीत सिंह ने कहा कि पंचायत सदस्यों की आपसी सहमति न होने से बोली रद करवाई कल गई है। अब यह बोली 24 सितंबर को होगी।