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अब कोला पार्क की दुकानों की छतों पर नजर..

नगर सुधार ट्रस्ट संगरूर ने अब शहर की कोला पार्क मार्केट के बूथों (दुकानें) की छतों की बिक्री करने का मन बना लिया है। जल्द ही इसकी बिक्री के लिए नगर सुधार ट्रस्ट बोली का एलान कर सकती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 06:33 AM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 06:33 AM (IST)
अब कोला पार्क की दुकानों की छतों पर नजर..
अब कोला पार्क की दुकानों की छतों पर नजर..

मनदीप कुमार, संगरूर

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नगर सुधार ट्रस्ट संगरूर ने अब शहर की कोला पार्क मार्केट के बूथों (दुकानें) की छतों की बिक्री करने का मन बना लिया है। जल्द ही इसकी बिक्री के लिए नगर सुधार ट्रस्ट बोली का एलान कर सकती है। नगर सुधार ट्रस्ट ने प्रस्ताव भी बैठक में विचार करने के लिए एजेंडे में शामिल कर लिया है। इस बाबत बेशक आठ अक्टूबर को ट्रस्ट दफ्तर में बैठक रखी गई थी, लेकिन पैनल पूरा न होने के कारण बैठक लटक गई।

हैरानी की बात यह है कि मार्केट कमेटी में धड़ल्ले से नियमों के विपरीत दुकानदारों द्वारा दुकानों पर अवैध तरीके से निर्माण किया जा रहा है, इस बाबत नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। मार्केट में अवैध कब्जों की भरमार भी लगातार बढ़ रही है, लेकिन नगर सुधार ट्रस्ट इन अवैध कब्जों व अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने में कतई गंभीर नही है।

उल्लेखनीय है कि नगर सुधार ट्रस्ट संगरूर द्वारा दशकों पहले कोला पार्क मार्केट स्कीम के तहत कोला पार्क मार्केट स्थापित की थी। इस मार्केट में कुछ बूथ (दुकानें) नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा अपने स्तर पर बनाए थे। कई दुकानें अलाटियों (मालिक) द्वारा अपने स्तर पर बनाई गई थी। इन बूथ होल्डरों द्वारा नगर सुधार ट्रस्ट से लंबे समय से बूथों की छतें उन्हें अलाट करने की मांग की जा रही है, ताकि वह इन बूथ की छत पर निर्माण करके अपने कारोबार का विस्तार कर सकें। ऐसे में नगर सुधार ट्रस्ट को भी वित्तीय लाभ प्राप्त होगा। ऐसे में नगर सुधार ट्रस्ट इन छतों (पहली मंजिल) को कलेक्टर रेट का पचास फीसद पर अलाट करने का मन बना रही है। इस प्रस्ताव को बैठक में विचार के लिए भी रखा गया है। जल्द ही नगर सुधार ट्रस्ट इस प्रस्ताव पर विचार करके इसे हरी झंडी दे सकती है। इस प्रस्ताव को अगर नगर सुधार ट्रस्ट प्रवान कर देती है तो इसका न केवल मार्केट के दुकानदारों को लाभ मिलेगा, बल्कि साथ ही नगर सुधार ट्रस्ट को भी इसका वित्तीय लाभ प्राप्त हो सकता है। -----------------------

अवैध तरीके से हुए निर्माण पर ट्रस्ट चुप क्यों कोला पार्क मार्केट नगर सुधार ट्रस्ट की सुस्ती के कारण अवैध कब्जों व अवैध निर्माण का गढ़ बन चुका है। कई दुकानदार दुकानों के चबूतरे बिना किसी मंजूरी के ऊंचे उठा चुके हैं, वहीं कईयों ने छतों में भी तबदीली कर रखी है। दुकानों के आगे मौजूद आठ फीट के बरामदे को भी दुकानों के बीच ही मिला लिया गया है। वहीं बरामदों में भी अवैध तौर पर दीवारों का निर्माण व अन्य तरीके से कब्जा जमा रखा है। एक के बाद एक अवैध निर्माण हो रहा है, जिसमें सभी कायदे-कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ऐसे में नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारियों की मिलीभगत व अनदेखी दोनों उजागर हो रही हैं।

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प्रस्ताव बाबत सामने आए एतराज

कोला पार्क मार्केट के बूथों की छतें बाबत डाले गए प्रस्ताव पर एतराज भी जताए जा रहे हैं। ऐसे में एतराज जताया जा रहा है कि उक्त बूथों की छतें अलाटियों को अलाट करने बाबत लोकल बाडी विभाग से प्रवानगी लेना जरूरी है। साथ ही छतें कलेक्टर रेट के पचास फीसद पर देने की बजाए मार्केट रेट पर दी जाए, जिससे ट्रस्ट को और अधिक वित्तीय लाभ मिलेगा। सरकार व लोकल बाडी के आदेश अनुसार किसी भी कमर्शियल जगह को खुली बोली के बिना नहीं बेचा जा सकता। यदि ट्रस्ट ऐसा करता है तो इसे कानून व नियमों के विपरीत माना जाएगा। यदि खुली बोली होती है तो उक्त छतों को अधिक से अधिक मूल्य पर बेचा जा सकता है। इसलिए उक्त बूथों की छत्तों की नीलामी खुली बोली के जरिये करवाई जानी चाहिए।

--------------------- किसी कारण बैठक हुई स्थगित, अगली बैठक में विचारें जाएंगे एतराज

नगर सुधार ट्रस्ट संगरूर के कार्यसाधक अफसर जीवन बांसल ने कहा कि आठ अक्टूबर को उक्त मत्ते पर रखी गई बैठक किसी कारण स्थगित कर दी गई थी। अभी बैठक की अगली तारीख तय नहीं हो पाई है। मत्ते सबंधी एतराज बाबत उन्होंने कहा कि एतराजों पर भी बैठक में ही विचार होगा। अभी फिलहाल किसी द्वारा एतराज दर्ज नहीं करवाए गए हैं।


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