केंद्रीय बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं मिला
कुल हिद किसान संघर्ष तालमेल समिति के आह्वान पर किसानों ने केंद्रीय बजट की कापियां बस स्टैंड सुनाम के समक्ष जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया।
संवाद सूत्र, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : कुल हिद किसान संघर्ष तालमेल समिति के आह्वान पर किसानों ने केंद्रीय बजट की कापियां बस स्टैंड सुनाम के समक्ष जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया। किसान नेता हरदेव सिंह, जरनैल सिंह, महेंद्र सिंह व वरिदर कौशिक ने कहा कि 2020-21 के लिए मोदी सरकार द्वारा पेश बजट में कृषि क्षेत्र के बारे में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष व संसार बैंक के निर्देशों व नीतियों के मुताबिक उदारवादी व नई आर्थिक नीतियों को ही आगे बढ़ाता है। इसका मतलब साफ है कि भारत की 65 फीसद जनसंख्या को मिलती मामूली वित्तीय मदद भी बंद कर दी जाए। उन्होंने कहा कि जब से मोदी की सरकार ने देश की सत्ता संभाली है, तब से किसानों के लिए बजट में हिस्सा घटता-घटता आज 5-6 फीसद रह गया है। इसलिए यह बजट किसान व देशविरोधी है। उन्होंने रसोई गैस की कीमत में 144.50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की सख्त शब्दों में निदा की। इस मौके किसान नेता नछत्तर सिंह गंढुयां, गुरमेल सिंह जनाल, चंद सिंह ठेकेदार, लखविदर सिंह चहल, हंगी खां, कर्मचन्द मारकंडा, कृष्ण शेरों, जसवंत आसमानी, दर्शन सिंह गोबिदगढ़, सिकंदर धर्मसोत आदि उपस्थित थे।