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निजी अस्पताल के वेंटिलेटर सरकार को देंगे आक्सीजन

संगरूर साढ़े 16 लाख की आबादी वाले जिला संगरूर में सिविल अस्पताल सहित सब डिवीजन में नहीं है वेंटीलेटर।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 04:37 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 04:37 PM (IST)
निजी अस्पताल के वेंटिलेटर सरकार को देंगे आक्सीजन
निजी अस्पताल के वेंटिलेटर सरकार को देंगे आक्सीजन

जागरण संवाददाता, संगरूर : साढ़े 16 लाख की आबादी वाले जिला संगरूर में सिविल अस्पताल सहित सब डिवीजन स्तरीय अस्पताल मौजूद हैं। कैंसर के इलाज के लिए सौ बिस्तर का होमी भाभा कैंसर अस्पताल व घाबदां में पीजीआई सेंटर भी स्थापित हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों के पास वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है। कोरोना वायरस की महामारी तेजी से फैल रही है। सरकार व सेहत विभाग सभी प्रबंध मुकम्मल होने के दावे कर रहा है, लेकिन वेंटिलेटर के अभाव से कोरोना के खिलाफ संगरूर में जंग लड़ना आसान नहीं है। सेहत विभाग भी जिले में प्राइवेट अस्पतालों में मौजूद आठ वेंटिलेटरों पर निर्भर है।

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कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते राज्य सरकार अभी भी सुस्ती के दौर से गुजर रही है। सरकार ने महामारी फैलने के बावजूद सरकारी अस्पतालों को वेंटिलेटर मुहैया नहीं करवाए हैं, जबकि दावा किया जा राह है कि जल्द ही अस्पताल के वेंटिलेटर की सुविधा मिल सकती है। प्रशासन को केवल प्राइवेट अस्पतालों में मौजूद वेंटिलेटरों का ही सहारा है। वेंटिलेटर की सुविधा के अभाव के कारण ही गत दिनों में निजामुद्दीन से लौटे मालेरकोटला निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग को इलाज के लिए मालेरकोटला से पटियाला राजिदरा अस्पताल रेफर कर दिया गया। आलम यह है कि अगर जिला संगरूर में कहीं पर भी कोई गंभीर मरीज आता है तो उसे सिविल अस्पताल संगरूर में रेफर कर दिया जात है, लेकिन यहां पर भी वेंटिलेटर की सुविधा न होने के कारण मरीज को पटियाला या पीजीआई ही रेफर किया जाता है।

बेशक अभी तक जिला संगरूर में कोरोना वायरस के 11 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई थी और सभी मरीज नेगेटिव आए हैं। जिला संगरूर में कोई पॉजीटिव मरीज सामने नहीं आया है। कितु सोचने वाली बात यह है कि अगर संगरूर में कोई कोरोना मरीज पाया जाता है तो उसकी संभाल के लिए वेंटिलेटर की सुविधा न होने कारण रेफर किया जाएगा या प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेने के लिए प्रशासन को मजबूर होना पड़ेगा। बेशक प्रशासन ने जिले के आठ प्राइवेट अस्पतालों में मौजूद वेंटिलेटरों को आपात स्थिति में इस्तेमाल के लिए अस्पतालों से टाइअप किया है। राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी किया है एलान

राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने कोरोना वायरस की महामारी दौरान सेहत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अपने कोटे से जिला संगरूर व बरनाला को वेंटिलेटर की खरीद के लिए फंड देने का एलान किया है। जल्द ही प्रशासन को फंड जारी कर दिए जाएंगे, ताकि वेंटिलेटर का प्रबंध किया जा सके। प्रधान सचिव से बैठक में रखेंगे मुद्दा, जल्द मिलेगे वेंटिलेटर

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार ने बताया कि संगरूर को वेंटिलेटरों की सख्त जरूरत है। इस जरूरत के मद्देनजर प्रिसिपल सचिव से होने वाली बैठक में वह इसकी मांग रखेंगे। उम्मीद है कि जल्द ही संगरूर के लिए वेंटिलेटर मुहैया करवाया जाएगा, जिससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी। सांसद भगवंत मान से भी की है वेंटिलेटर एंबुलेंस की मांग

सिविल अस्पताल संगरूर को वेंटिलेटर की सुविधा से लैस एंबुलेंस मुहैया करवाने की मांग सांसद भगवंत मान से भी की जा चुकी है। बेशक सांसद मान ने जल्द ही वेंटिलेटर एंबुलेंस मुहैया करवाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन चार माह का समय गुजर जाने के बाद भी अभी तक यह मांग पूरी नहीं हुई है।


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