मुस्लिम समुदाय ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ निकाला रोष मार्च
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ मुस्लिमों ने प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, अहमदगढ़ (संगरूर): केंद्र सरकार द्वारा पारित नागरिकता संशोधन विधेयक को लागू किए जाने के विरोध में स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने विधेयक को असंवैधानिक बताते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ शहर में विशाल रोष मार्च निकाला।
मौलाना मुजतबा जिस्मानी सचिव अमरत-ए-शरियत पंजाब, कारी फुरमान अहमदगढ़ मदरसा, यासीन मोहम्मद, हाकिम सूफी ने कहा कि यह कानून देश को विभाजित करने व सांप्रदायिक सांझ को तोड़ने वाला है, जिसके आने वाले समय में खतरनाक परिणाम होंगे। केंद्र सरकार की कड़े शब्दों में निदा करते हुए इस कानून को खारिज कर मुसलमानों को भी नागरिकता देने की मांग की। शहर के मुस्लिम समुदाय के अलावा पड़ोसी गांवों के बड़ी संख्या में मुस्लिम भाईचारे के लोग शामिल हुए। विश्वकर्मा चौक पर रैली के बाद विशाल मार्च शहर के विभिन्न बाजारों से गुजरा। भारी पुलिस बल की निगरानी में शहर के सभी दुकानदारों ने दुकाने बंद रखी। विभिन्न दलों से संबंधित सभी मुस्लिम लोगों ने मार्च का नेतृत्व किया। उन्होंने शांतिपूर्वक और बिना किसी भड़काऊ नारे से मार्च निकाला। भगत सिंह चौंक, गांधी चौंक, रेलवे रोड, चौड़ा बाजार से होता हुआ रोष मार्च वापस विश्वकर्मा चौक पहुंचा। मार्च में अफरीदी खान, साजिद खान, मुनीर मोहम्मद, प्रो. जिशान हैदर, अशरफ हफ्जी, अबदुल लतीफ, रमजान दहलीज, हाफिज गफूर, मोहम्मद रफी, शकील अहमद, अल्ताफ खान, मोहम्मद तुफैल, परवेज खान, अब्दुल लतीफ, हाजी हाजी मुस्ताक, मोहम्मद असलम आदि उपस्थित थे।