मोदी सरकार ने छीना किसान के मुंह से निवाला: योगेंद्र यादव
जागरण संवाददाता संगरूर पंजाब के किसान ने देश में समय-समय पर क्रांति लाने में अहम रोल अदा कर रही है।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
पंजाब के किसान ने देश में समय-समय पर क्रांति लाने में अहम रोल अदा किया है। केंद्र सरकार द्वारा पास किया गया कृषि विधेयक बिल के खिलाफ बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा समेत हर राज्य इसका विरोध कर रहा है, परंतु इस बिल के खिलाफ संघर्ष की मशाल पंजाब के किसानों ने जलाकर पहल की है। मोदी सरकार देश के हर वर्ग को बर्बाद करने पर तुली है। कृषि विधेयक केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि आढ़ती, व्यापारी, मजदूर सहित हर वर्ग के लिए मौत के वारंट के समान है। यह विचार आल इंडिया किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के सदस्य व स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने भवानीगढ़ में किसानों के कृषि विधेयक के खिलाफ लगाए विशाल धरने में संबोधन करते हुए पेश किए। यादव ने कहा कि आज वह विभिन्न राज्यों में किसानों द्वारा किए गए संघर्ष को देखते आ रहे हैं। देश का अन्नदाता आज अपना हक बचाने के लिए सड़क पर उतर आया है। मोदी सरकार ने देश के अन्नदाता को सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है। शिरोमणि अकाली दल (ब) के प्रधान सुखबीर बादल व केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देकर हरसिमरत कौर बादल कह रहे हैं कि उन्होंने अपने पद का बलिदान दयिा है, परंतु इन्होंने बलिदान नहीं दिया, बल्कि पंजाब के किसानों ने इन्हें खींच कर कुर्सी से उतारा है। जब तक केंद्र सरकार यह कानून वापस नहीं लेगी, तब तक आल इंडिया किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के झंडे चले किसान संगठनों का संघर्ष जारी रहेगा। केटी की एक बैठक 27 सितंबर को दिल्ली में होगी, जहां कृषि विधेयकों को रद कराने के लिए विचार विमर्श किया जाएगा।