मनरेगा जॉब कार्ड वाले भी काम तलाशने में जुटे
संगरूर जिस दिन से प्रांत में कर्फ्यू हटाया गया है उसी दिन से मनरेगा जॉब कार्ड वाले भी काम तलाश रहे।
सुखदेव सिंह पवार, संगरूर
जिस दिन से राज्य में कर्फ्यू हटाया गया है उसी दिन से मनरेगा जॉब कार्ड वाले भी काम की तलाश करने लग गए हैं। कर्फ्यू व लॉक डाउन के कारण मनरेगा के तहत शहरों व कस्बों में होने वाले सभी काम बंद हो गए थे। इसी वजह से हजारों जॉब कार्ड होल्डर मजदूर व दिहाड़ीदार खाली बैठने को विवश हो गए थे। सरकार ने मनरेगा के तहत जरूरतमंद ग्रामीण मजदूरों को काम दिलाना था। सरकार ने कर्फ्यू के कार्यकाल में मनरेगा के तहत कई काम करवाने थे। मगर कर्फ्यू व लॉक डाउन की वजह से सभी काम अधूरे ही रह गए। अब कर्फ्यू खुलने से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले दिहाड़ीदार मजदूरों को काम मिलने की आस बंध गई है। जिन मजदूरों के जॉब कार्ड बन चुके हैं वह काम की तलाश में व जिनके जॉब कार्ड नहीं बने वे जॉब कार्ड बनवाने के लिए जिला परिषद में आ रहे हैं। गौर हो कि जिला में अब तक 141630 व्यक्तियों को 99544 जॉब कार्ड दिए जा चुके हैं। अगर बात जॉब कार्ड होल्डरो को काम दिलाने की करें तो अहमदगढ़ में 399, अनदाना में 377, भवानीगढ़ में 364, धूरी में 726, दिड़बा में 204, लहरागागा में 227, मालेरकोटला में340, संगरूर में 961, शेरपुर में 372 व सुनाम में 411 लोगों को काम दिया गया। मनरेगा के तहत अहमदगढ़ में कुल 89 पंचायतों द्वारा 76, अनदाना में कुल 38 पंचायतों द्वारा 24, भवानीगढ़ में कुल 67 पंचायतों द्वारा 29, धूरी में कुल 60 पंचायतों द्वारा 24्, दिड़बा की कुल 47 पंचायतों द्वारा 37, लहरागागा में कुल 50 पंचायतों द्वारा 35, मालेरकोटला में कुल 86 पंचायतों द्वारा 57, संगरूर की कुल 74 पंचायतों द्वारा 51, शेरपुर की कुल 37 पंचायतों द्वारा 31 व सुनाम की कुल 52 पंचायतों द्वारा 27 काम चल रहे हैं। अभिप्राय मनरेगा के तहत जिले में कुल 600 पंचायतों के कुल 391 काम चल रहे हैं। जॉब कार्ड धाक को काम दिया जाएगा : चेयरपर्सन
जिला परिषद की चेयरपर्सन जसवीर कौर सकरोदी ने कहा कि जिले में 90 फीसदी जरूरतमंद दिहाड़ीदार मजदूरों के मनरेगा जॉब कार्ड बने हुए हैं जिनके रह गए हैं उनके जॉब कार्ड बनाने के लिए सबंधित गांवों के सचिवों की ड्यूटी लगाई गई है। आने वाले दिनों में जॉब कार्ड होल्डरों के लिए काम मुहैया करवाने की स्कीम के तहत ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। धान के सीजन के मद्देनजर सिचाई के लिए नदी नालों की सफाई, बाड़ की संभावना के मद्देनजर ड्रेनों की सफाई का काम, बारिश के मौसम से पहले छप्पड़ों की डी वाटरिग का कार्य, पांच एकड़ से कम जमीन वाले किसानों के मवेशियों के लिए शैड का कार्य, गली मोहल्लों व घरों के पानी के निकास के लिए पिट का कार्य, मनरेगा स्कीम के तहत पार्क बनाने का कार्य इत्यादि काम जॉब होल्डरों को मुहैया करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जॉब कार्ड बनाने के लिए जिला परिषद के कार्यालय में भी मजदूर आ जाते हैं वह उनकों सबंधित गांव के सचिवों के पास भेज देते हैं जिससे उनका जॉब कार्ड आसानी से बन जाए। उन्होंने बताया कि जिस दिन से प्रांत में कर्फ्यू लगा है उस दिन से कोई भी जॉब कार्ड नहीं बनाया गया है। जिसने भी मनरेगा के तहत अपना जॉब कार्ड बनवाना है वह अपनी एक फोटो व आधार कार्ड की फोटो कापी लेकर गांव के सबंधित सचिव के पास जाकर जॉब कार्ड बनवा सकते हैं।
टेबल में लगाएं अहमदगढ़ 9227
अनदाना 8376
भवानीगढ़ 11067
धूरी 9538
दिड़बा 10340
लहरागागा 11972
मालेरकोटला 7445
संगरूर 11396
शेरपुर 8668
सुनाम 11515