बस स्टैंड पर सन्नाटा, नहीं मिला दूध व करियाना, दवा के लिए भटके लोग
संवाद सहयोगी संगरूर केंद्र सरकार द्वारा पारित खेती विधेयकों के खिलाफ पंजाब बंद के आह्वान पर बंद रहे।
संवाद सहयोगी, संगरूर :
केंद्र सरकार द्वारा पारित खेती विधेयकों के खिलाफ पंजाब बंद के आह्वान के कारण शहर के बाजारों मुकम्मल तौर पर बंद रहे। बाजार, सब्जी मंडी, दूध की डेयरी, बस परिवहन व पेट्रोल पंप इत्यादि बंद रहने के कारण शहर निवासियों ने दवा, दूध, पेट्रोल, सब्जी, फल, करियाना के सामान के लिए दिन भर परेशानी उठानी पड़ी। शहर में सिविल अस्पताल तो खुला रहा, मगर दवा की दुकानें मुकम्मल बंद रही। अस्पताल के सामने वाली सभी दवा की दुकानें रहने के कारण मरीजों को दवाएं भी नहीं मिल पाई। जगह-जगह धरने प्रदर्शन व पुलिस द्वारा रास्ते बंद किए जाने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। लोग पेट्रोल डलवाने के लिए पेट्रोल पंपों के चक्कर काटते दिखे। लोग जरूरी वस्तुओं न मिलने से भी परेशान रहे। बंद में दूध व करियाना का सामान लेने निकले अजय कुमार ने बताया कि उसको व उसके परिवार को बंद की कोई जानकारी नहीं थी। घर में अचानक करियाना का सामान समाप्त हो गया। वह दूध व करियाना के सामान के लिए कई दुकानों का चक्कर लगा आया है। सभी दुकानें बंद पड़ी हैं। बंद के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। छात्र राजीव ने बताया कि घर में उसके दादा जी की दवा समाप्त हो गई। उसे बडी मुश्किल से तकरीबन 10 दुकानें घूम कर किसी जानपहचान वाले की दुकान खुलवाकर दवा ली। बाजार बेशक चार बजे तक बंद रखने का एलान किया गया था, लेकिन चार बजे के बाद भी बाजार बंद ही रहे।