14 वर्ष के बाद फिर बजी शहनाई, बच्चों की हाजरी में दंपति ने किया पुन:विवाह
भवानीगढ़ विदेश जाने के बाद अपनी मिट्टी अपने परिवार अपने सभ्याचार को याद रखने वाले लोग बेहद कम ही हैं। दिखाई देते हैं। विदेश की चमक दमक में व अपने काम में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसके पास समय ही नहीं रहता कि वह अपने वतन की मिट्टी व सभ्याचार को याद करें। जिला संगरूर के सब डिवीजन भवानीगढ़ के गांव बालद खुर्द के एक युवक ने विदेश से 14 वर्ष बाद लौटकर अपनी पत्नी से पंजाबी रीति रिवाज से दोबारा से शादी रचाई। इस शादी में दंपति के बच्चे भी शामिल हुए और पूरे परिवार ने बेहद खुशी मनाई। सभी रिश्तेदार दोस्त मित्रों सहित जान-पहचान वाले शादी में शामिल हुए व दंपति को आशीर्वाद दिया।
संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर)
विदेश जाने के बाद अपनी मिट्टी, अपने परिवार, अपने सभ्याचार को याद रखने वाले लोग बेहद कम ही दिखाई देते हैं। विदेश की चमक दमक में व अपने काम में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसके पास समय ही नहीं रहता कि वह अपने वतन की मिट्टी व सभ्याचार को याद करें। जिला संगरूर के सब डिवीजन भवानीगढ़ के गांव बालद खुर्द के एक युवक ने विदेश से 14 वर्ष बाद लौटकर अपनी पत्नी से पंजाबी रीति रिवाज से दोबारा से शादी रचाई। इस शादी में दंपति के बच्चे भी शामिल हुए और पूरे परिवार ने बेहद खुशी मनाई। सभी रिश्तेदार, दोस्त मित्रों सहित जान-पहचान वाले शादी में शामिल हुए व दंपति को आशीर्वाद दिया।
राजेश कुमार कौशल पुत्र काका राम कौशल ने बताया कि वह करीब 14 वर्ष पहले स्टडी बेस पर वैंकूवर सरी में गया था। वहां उसकी मुलाकात सीमा रानी गांव बंगा जिला नवांशहर पंजाब से हो गई। दोनों की मुलाकात प्यार में बदल गई दोनों शादी के बंधन में बंध गए। शादी विदेश में ही हुई विदेशी रस्मों रिवाज के साथ, लेकिन उस वक्त दोनों ने एक बात तय की थी कि भले ही उनकी शादी विदेश में हुई है, लेकिन जिदगी में अगर उन्हें मौका मिला तो वह अपनी फिर से शादी पंजाब में जाकर अपने सभ्याचार अपने रस्मों रीति रिवाज से जरूर करेंगे। समय बीतता गया दो बेटे पैदा हो गए, लेकिन शादी के वक्त किया हुआ वादा उन्हें लगातार याद आने लगा व परेशान करने लगा। वादा पूरा करने की अकसर सोचते रहते थे और अब इस वादे को पूरा करने का समय आखिर आ गया। अब दोनों पति पत्नी अपने बच्चों को लेकर वैंकूवर सरी से पंजाब आ गए। राजेश की पत्नी सीमा रानी सीधी अपने मायके चली गई व राजेश कुमार कौशल अपने घर बालद खुर्द भवानीगढ़ आ गया। फिर से 14 वर्ष के बाद शादी की तैयारियां हुई, राजेश अपने ससुराल बंगा जिला नवांशहर में बारात लेकर गया, वह दोनों की पंजाब के सभ्याचार के मुताबिक शादी हुई। वह अपनी पत्नी को दोबारा से ब्याह कर घर लाया व यहां आकर शादी रिसेप्शन की धूमधाम से पार्टी दी गई। राजेश ने कहा कि शादी को देखकर पहले तो लोगों को बहुत अजीब लग रहा था, लोग समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर क्या माजरा है इनकी तो शादी पहले हो चुकी है, लेकिन जब लोगों ने पूरा मामला समझा तो लोग इस पति-पत्नी के साथ इसके परिवार को भी बधाई दी।