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हड़ताल पर मनरेगा कर्मचारी, विकास कार्य रुके

संगरूर मनरेगा गवर्नमेंट कांट्रेक्ट कर्मचारी यूनियन की ओर से विभाग में रेगुलर नियुक्ति की मांग को लेकर धरना।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 11:13 PM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 06:26 AM (IST)
हड़ताल पर मनरेगा कर्मचारी, विकास कार्य रुके
हड़ताल पर मनरेगा कर्मचारी, विकास कार्य रुके

जागरण टीम, संगरूर : मनरेगा गवर्नमेंट कांट्रेक्ट कर्मचारी यूनियन की ओर से विभाग में रेगुलर नियुक्ति की मांग को लेकर आरंभ की गई तीन दिवसीय हड़ताल के तहत मंगलवार को दूसरे दिन भी जिले भर के सौ से अधिक कांट्रेक्ट कर्मचारियों ने कामकाज ठप करके ब्लाक दफ्तरों में धरना लगाया। धरने दौरान वर्करों ने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करते कहा कि ग्रामीण विकास में अहम रोल अदा करने वाले कांट्रेक्ट कर्मचारियों को रेगुलर पे स्केल पर रेगुलर करने की मांग पिछले लंबे समय से लटक रही है। अगर सरकार ने उनकी मांग को जल्द पूरा न किया तो संघर्ष को तेज किया जाएगा। हड़ताल के कारण संगरूर सहित दिड़बा, लहरागागा, मूनक, सुनाम, भवानीगढ़, शेरपुर, धूरी, अहमदगढ़, मालेरकोटला-1, मालेरकोटला-2 के गांवों में सभी प्रकार के ग्रामीण विकास कार्य ठप हो गए हैं।

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धरने पर बैठे मनरेगा गवर्नमेंट कांट्रेक्ट कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान संजीव कुमार काकड़ा ने कहा कि 1539 मनरेगा कर्मचारियों की भर्ती पारदर्शी ढंग से हुई थी। मनरेगा कर्मचारी पिछले 11 वर्षों से पंचायत विभाग में काम कर रहे हैं, विभाग ने उनकी मांगें डेढ़ वर्ष पहले मान ली थी, परंतु अभी तक लागू नहीं की हैं। कांग्रेस सरकार मनरेगा कर्मचारियों को रेगुलर करने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है। लंबे समय से कर्मचारियों को पंचायत विभाग में मर्ज कर रेगुलर करने की मांग कर रहे हैं। विभाग ने उन्हें रेगुलर करने का केस दो बार बनाकर भेजा है, लेकिन पंजाब सरकार खजाना खाली होने का बहाना बनाकर इस केस को मंजूर नहीं कर रही है। दूसरी तरफ मनरेगा कर्मचारियों के अनुभवों को दरकिनार कर विभाग में पहले भी पंचायत सचिव व स्टेनोग्राफी की भर्ती की जा चुकी है। यूनियन नेता जसप्रीत सिंह, गुरजीत सिंह, जीवन कुमार ने कहा कि सरकार पेंडू विकास व पंचायत विभाग में इंप्लाइज वेलफेयर एक्ट 2016 लागू कर कच्चे कर्मचारियों को पक्का कर रही है, परंतु मनरेगा कर्मचारियों को सरकार रेगुलर करने से भाग रही है। मनरेगा कांट्रेक्ट कर्मचारियों को नाममात्र तनख्वाह ही दी जा रही है, जबकि मोबाइल भत्ता, मेडिकल सुविधा, यातायात भत्ता, ड्यूटी के दौरान मौत होने का लाभ इत्यादि कोई लाभ नहीं दिया जाता। उन्होंने एलान किया कि 19 व 20 सितंबर को जिला स्तरीय धरना दिया जाएगा। इस मौके पर अमनदीप सिंह, मंजू रानी, जसविदर कौर, जगजीत कौर, गुरमेल सिंह, विनोद कुमार, मनजीत सिंह, सुखदेव सिंह, सुखपाल सिंह, कुलविदर सिंह उपस्थित थे।


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